शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025
गुरुवार, 27 फ़रवरी 2025
बुधवार, 26 फ़रवरी 2025
मंगलवार, 25 फ़रवरी 2025
Shiva Shiva Shankara | Sonu Nigam | Shreyas P | Ashutosh A | Mahashivratri 2025
Shiva Shiva Shankara | Sonu Nigam | Shreyas P | Ashutosh A | Mahashivratri 2025
मैं धुन्द धुएं के पार कही वृत्त अंत हीन सी आशा हु जो सबसे सुंदर काव्य रचे मैं ऐसी अनुपम भाषा हु
ओम नमः शिवाय
जब सृष्टि नहीं तब कौन यहां
तब किसने यह संसार रचा
जब अंतरिक्ष में खुलकर सारी
दृष्टि छिपी तब कौन दिखा
जो सबसे पहले आया है जो अमिट सदा रह जाएगा शिवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा शीवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा ।
जो अविरत बहता आज यहां
कल और कहीं बह जाएगा
मैं उसे सामने पाता हूं
वह रूप धरे भी आता है
मैं जब भी प्रश्नों से घिरता वह धीमें से मुस्काता है
मैं उसे सोच भर सकता हूं वह तब विचार बन जाता है शिवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा शीवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा
वह दो छोरो का अंत कहीं
वह सबको यहा मिलाता हैं
वह सत साधना मैं डूबा और सुंदरतम कहलाता है
जो जैसा है स्वीकार किया हर परित्यक्त को अपनाया जो ध्यान धर्य पर्याय बना जो संयम धरे मन काया कब शब्दों मैं ढल जाता है कब मौन उत्तर बन आता है शिवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा शीवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा ।
मैं कर्मों के गति और फल हुं
मैं फिर भी हूं निस काम यहां
मैं निराकार में निर्विकल्प
में परब्रह्म का नाम यहां
मैं सब अधरों की मृदुल हसी
मैं हर धड़कन का गीत यहां
तुम मानो तो मैं श्रद्धा हु ना मानो फिर भी मीत यहां इस जीवन के भी बाद तुम्हें मैं और कहीं ले जाऊंगा मैं मृत्यु नहीं मै स्वयं पति तो मैं साथ-साथ बढ़ जाऊंगा शिवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा शीवा शिवा शंकरारे शिवा शिवा ओम नमः शिवाय ।
Shyam Prathna
श्री श्याम प्रार्थना
हाथ जोड विनती करूँ, सुणियो चित्त लगाय ।
दास आ गयो शरण में, रखियो इसकी लाज ॥
धन्य ढूँढारो देश है, खाटू नगर सुजान ।
अनुपम छवि श्री श्याम की, दर्शन से कल्याण ॥
श्याम-श्याम नित मैं रहूँ, श्याम है जीवन प्राण । श्याम भक्त जग में बडे, उनको करूँ प्रणाम ॥
खाटू नगर के बीच में, बण्यों आपको धाम । फागुण शुकला मेला भरे, जय जय बाबा श्याम ॥
फागुण शुकला द्वादशी, उत्सव भारी होय ।
बाबा के दरबार से, खाली जाय न कोय ॥
उमापति, लक्ष्मीपति, सीतापति श्रीराम ।
लज्जा सबकी राखियो, खाटू के बाबा श्याम ॥
पान सुपारी ईलायची, ईतर सुगन्धि भरपूर ।
सब भक्तन की बिनती, दर्शन देवो हजूर ॥
'आलूसिंह' तो प्रेमसे, धरे श्याम को ध्यान
श्याम भक्त पावे सदा श्याम कृपा से मान ॥
रविवार, 23 फ़रवरी 2025
शनिवार, 22 फ़रवरी 2025
गुरुवार, 20 फ़रवरी 2025
बुधवार, 19 फ़रवरी 2025
मंगलवार, 18 फ़रवरी 2025
सोमवार, 17 फ़रवरी 2025
duniya chale na shri ram ke bina lyrics | दुनिया चले ना श्री राम के बिना
duniya chale na shri ram ke bina lyrics
दुनिया चले ना श्री राम के बिना,
राम जी चले ना हनुमान के बिना।
जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैंने समझ ली है,
रावन मरे नी श्री राम के बिना, लंका जले ना हनुमान के बिना॥
लक्षण का बचना मुश्किल था, कौन बूटी लाने के काबिल था,
लक्षण बचे ना श्री राम के बिना, बूटी मिले ना हनुमान के बिना॥
सीता हरण की कहानी सुनो, बनवारी मेरी जुबानी सुनो,
वापिस मिला ना श्री राम के बिना, पता चले ना हनुमान के बिना॥
बैठे सिंघासन पे श्री राम जी, चरणों में बैठे हैं हनुमान जी,
मुक्ति मिला ना श्री राम के बिना, भक्ति मिले ना हनुमान के बिना॥
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