धर्म पुजा पाठ

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सावन की बरसे बदरिया

 


सावन की बरसे बदरिया, माँ की भीगी चुनरिया ll

भीगी चुनरिया माँ की, भीगी चुनरिया ll

सावन की बरसे बदरिया,,,,,,,,,,,,,,,


लाल चोला मईया का, चम चम चमके

माथे की बिंदिया भी, दम दम दमके ll

हाथों में झलके मुंदरिया, माँ की भीगी चुनरिया,

सावन की बरसे बदरिया,,,,,,,,,,,,,,,


छाई हरियाली झूमे, अम्बुआ की डाली

हो के मतवाली कुके, कोयलिया काली ll

बादल में कड़के बिजूरिया, माँ की भीगी चुनरिया,

सावन की बरसे बदरिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,


उँचा भवन तेरा, उँचा है डेरा

कैसे चढ़ूँ पावों, फिसले है मेरा ll

टेढ़ी-मेढ़ी है डगरिया, माँ की भीगी चुनरिया,

सावन की बरसे बदरिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,


काली घटा पानी, भर भर के लाई

झूला झूले, वैष्णो माई ll

चँचल पे माँ की नज़रिया, माँ की भीगी चुनरिया,

सावन की बरसे बदरिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

अपलोडर-अनिल रामूर्ति भोपाल

Singh chadke Bhawani Ghar | सिंह चढ़सिंह चढ़ के भवानी घर आई

 सिंह चढ़ के भवानी घर आई २ 

के आज मेरे दिन बदले शेरावालिए ।। टेर ।।

मैं तो घर-घर बांटू री बधाई

दीवाना मेरा दिल उछाले शेरावालिए ।।1।।

तेरा रूप बड़ा है निराला

ना मुख से नजर फिसले शेरावालिए ।।2।।

मेरे घर में हुआ मां उजाला

अंधेरे दिन दूर निकले शेरावालिए ।।3।।

तेरे हलवे का भोग लगाया

 तू रोज-रोज आज चखले शेरावालिए ।।4।।

तेरे भक्त कहे ओं मैया 

तू चरणों में आज रखले शेरावालिए ।।5।।


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भजन देख कर सिंगार दादी मैं ठगा सा रह गया

 

देख कर शिंगार दादी मैं ठगा सा रह गया, मैं ठगा सा रह गया ॥

सो सका न रात भर मैं ठगा सा रह गया,
हाथो में मेहँदी रची है पावो में पायल बजी, देख कर हाथो की लाली मैं ठगा सा रह गया, देख कर शिंगार दादी......
माथे पर चुनरी सजी है गोटे तारो से जड्ड, देख कर चुनरी सुरंगी, मैं ठगा सा रह गया, देख कर शिंगार दादी......
फूलो के गजरे सुहाने हर तरफ खुशबु उड़े, देख कर दरबार दादी, मैं ठगा सा रह गया, देख कर शिंगार दादी......
हर्ष दुल्हन सी बनी है पीडी पर बेठी है माँ, देख कर ममता की मूरत, मैं ठगा सा रह गया, देख कर शिंगार दादी......

भजन मैया यह जीवन हमारा आपके चरणों में है ठीक है

 

मैया ये जीवन हमारा आप के चरणों में है ॥ दीन दुखियो का सहारा आप के चरणों में है

आप की रहमत से मिलती इज्जत की दो रोटियां ॥ हम गरीवों का सहारा आप के चरणों में है। मैया

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मै भला चिंता करूँ क्यों मुझे भरोसा आप पर ॥ मेरा तो परिवार सारा आप के चरणों में है । मैया ..

तेरे दर को छोड़ कर जाऊं तो जाऊं कहाँ ॥ झुकता ये संसार सारा आप के चरणों में है। मैया

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माता रानी भजन मैया यह जीवन हमारा

 

मैया ये जीवन हमारा आप के चरणों में है ॥ दीन दुखियो का सहारा आप के चरणों में है

आप की रहमत से मिलती इज्जत की दो रोटियां ॥
 हम गरीवों का सहारा आप के चरणों में है। मैया
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मै भला चिंता करूँ क्यों मुझे भरोसा आप पर ॥
 मेरा तो परिवार सारा आप के चरणों में है । मैया ..

तेरे दर को छोड़ कर जाऊं तो जाऊं कहाँ ॥
 झुकता ये संसार सारा आप के चरणों में है। मैया
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भजन तुम ना सुनोगी तो कौन सुनेगा,devi bhajan,

भजन, तुम ना सुनोगी तो कौन सुनेगा,  

दधिमथी माता भजन,

(भजन गायक निर्माता धर्म पुजा पाठ, सोहनसुत)

गौठ नगर कि जगदंबे सर पर तेरे ताज ।

आ गया हूं शरण में, मां रखियो मेरी लाज ।।दोहा ।।

तुम ना सुनोगी तो कौन सुनेगा,

तेरे बालक की झोली कौन भरेगा ।।टेर।।

दया करो मेरी मां ,कृपा करो मेरी मां,

दधिमती माता दया करो, दधिमती माता कृपा करो,

(अंतरा)

दधिमती मैया बालक हूं तेरा,

 तेरे सिवा दुनिया में कोई नहीं मेरा, 

अटकी है नैया पार कौन करेगा,तुम ना सुनोगी---।।1।।

मेरा हर काम मैया अटक रहा है,

तेरा यह बालक जग में भटक रहा है,

मेरा यह संकट मैया कौन हरेगा,तुम ना सुनोगी--।।2।।

 धर्म पूजा पाठ की सब हंसी उड़ावे, 

जादू टोना टोटका की बात बतावे, 

तेरी महिमा की गाथा कौन कहेगा,तुम ना सुनोगी--।।3।।

दधिमती मैया ऐसा चमत्कार कर दो, 

अपने बालक की झोली खुशियों से भर दो, सोहनसुत गुण गाता रहेगा, तुम ना सुनोगी--।।4।।

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दधिमती भजन


माँ सुणल्यो, माँ सुणल्यो,माँ सुणल्यो शेरावालीये

 माँ सुणल्यो, माँ सुणल्यो,माँ सुणल्यो शेरावालीये 




माँ सुणल्यो, माँ सुणल्यो,माँ सुणल्यो शेरावालीये कबस्यु पुकारू मैया सुणल्यो जोतावालिये ।।टेर।।

कब्सयू खड्यो हु तेरे दर को भिखारी ,
 सुणले ओ माता रानी अब तो हमारी ।।1।।


सिंधु सम हियो मेरो उमडयो माँ आवे,
काली घटा सम दोउ नैना बरसावे।।2।।


ज्यादा अब अइया मैया मत तरसाओ,
हिवड़ो तिहारो अम्बे मोम बनाओ ।।3।।

माफ करो भूल सब ममता की मैया,
ले वो पतवार पार करो मेरी नैया।।4।।


अरजी को गर नंद जोर है मेरो, 
कर दे मां मर्जी मंगल गावा जस थारो ।।5।।