आज के इस लेख में दशगात्र के अंतर्गत में किए जाने वाले 10 पिंडो के नाम बताने जा रहे हैं जो कि इस प्रकार है
१- शीरःपूरक
२- कर्णाक्षिकापूरक
३- गलांसभूजवक्षःपूरक
४- नाभिलिंगगुदपूरक
५- जानुजंघापादपूरक
६- सर्वमर्मपूरक
७- सर्वनाड़ीपूरक
८- दंतलोमादीपूरक
९- वीर्यरजपूरक
१०- क्षुत्पीपासापूरक
गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु होने के उपरांत आत्मा एक अंगूठे के परमाण जितनी होती हैं परंतु अस्थि संचयन के बाद 10 दिनों के भीतर 10 पिंड दान किए जाते हैं, जिनका नाम ऊपर दिया गया है इन पिंडो के आधार पर उस आत्म शरीर एक हाथ भर का शरीर बनता है जिससे आत्मा वर्ष भर धर्मराज की पूरी जाने के लिए यात्रा तय करती है ।
आशा करता हूं आपको एक दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी।