मेरे गजानन सरकार
गणेश भजन
तर्ज :- आ लोट के आजा मेरे मीत
मेरे गजानंद सरकार मैं दौड़ा आया तेरे दरबार
कर दे बेड़ा तू सबका पार मैं दौड़ा आया तेरे दरबार ।।टेर।।
सिद्धि सदन गजबदन विनायक भक्तों के रखवाले,
भक्तों पर है परम दयालु है प्रथम पूजते सारे
भक्तों को है देते तार मैं दौड़ा आया तेरे दरबार ।।1।।
चतुर गुनी रिद्धि सद्धि के दाता विद्या देने वाले
परम दयालु परम कृपालु मन को हर्षाने वाले
विद्या का दे दो सार मैं दौड़ा आया तेरे दरबार ।।2।।
मैं अज्ञानी और अभिमानी काम क्रोध मैंने पाले
सच्ची राह दिखाओ गणपति जग को पालनवाले
सोहनसुत की सुनना पुकार मैं दौड़ा आया तेरे दरबार।।3।।