गणेश वन्दना
ganesh bhajan lyrics दास तेरे है गजानन ध्यान धरते हैं
तर्ज - (बस यही अपराध में... पहचान)
दास तेरे है गजानन ध्यान धरते हैं
तेरे चरणों में प्रभू प्रणाम करते हैं ।। टेर ।।
चार तेरी है भुजायें रूप मतवाला
शिवसु वन, गौरी के लाला, भक्त रखवाला
तेरी शक्ती का तो शीव भी मान करते हैं... तेरे चरणों
रिद्धि-सिद्धि लाभ और शुभ साथ में लाना
दास का अनुरोध दाता भूल मत जाना
तेरी महिमा का सभी गुणगान करते हैं.... तेरे चरणों
मेरे अंगना में पधारो है अरज मेरी
गौरी नन्दन जल्दी आओ ना करो देरी
पुष्प चन्दन से प्रभु सन्मान करते हैं... तेरे चरण
बुद्धि के दाता हमें भी ज्ञान दे जाओ;
अपनी भक्ती का हमें वरदान दे जाओ
नित्य तेरे नाम का रसपान करते हैं... तेरे चरणों
श्यामसुन्दर; दास तेरा इसको अपनाना
मुरारी मंडल बन गया है तेरा दीवाना
पर दो बेड़ा पार क्यूं हैरान करते हैं... तेरे चरणों
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