गुरुवार, 27 जुलाई 2023

दश गात्र में 10 पिंडो के नाम | dasha gatra ke 10 pindo ke naam

 आज के इस लेख में दशगात्र के अंतर्गत  में किए जाने वाले 10 पिंडो के नाम बताने जा रहे हैं जो कि इस प्रकार है

१- शीरःपूरक

२- कर्णाक्षिकापूरक

३- गलांसभूजवक्षःपूरक

४- नाभिलिंगगुदपूरक

५- जानुजंघापादपूरक

६- सर्वमर्मपूरक

७- सर्वनाड़ीपूरक

८- दंतलोमादीपूरक

९- वीर्यरजपूरक 

१०- क्षुत्पीपासापूरक

गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु होने के उपरांत आत्मा एक अंगूठे के परमाण जितनी होती हैं परंतु अस्थि संचयन के बाद 10 दिनों के भीतर 10 पिंड दान किए जाते हैं, जिनका नाम ऊपर दिया गया है इन पिंडो के आधार पर उस आत्म शरीर एक हाथ भर का शरीर बनता है जिससे आत्मा वर्ष भर धर्मराज की पूरी जाने के लिए यात्रा तय करती है ।


आशा करता हूं आपको एक दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी।



रविवार, 23 जुलाई 2023

laxmi ji ki aarti lyrics, लक्ष्मी जी की आरती

laxmi ji ki aarti lyrics, लक्ष्मी जी की आरती

नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।
शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोऽस्तु ते ॥

ॐ जय लक्ष्मी माता, (मैया) जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसिदिन सेवत हर-विष्णू-धाता ॥ ॐ ॥

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता ।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ ॥

दुर्गारूप निरंजन,सुख-सम्पति दाता । जोकोइ तुमको ध्यावत, ऋधि-सिधि-धन पाता ॥ ॐ ॥

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनि, भवनिधिकी त्राता ॥ ॐ ॥

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न हो पाता।
खान-पानका वैभव सब तुमसे आता ॥ ॐ ॥

शुभ-गुण- मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहिं पाता ॥ ॐ ॥

महालक्ष्मी (जी) की आरति, जो कोई नर गाता ।

उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता ॥ ॐ ॥ 

मंगलवार, 18 जुलाई 2023

जय बोलो शिव भोले की लिरिक्स

 

वो तो बम बम करता आया रे सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।। टेर।।

माथे पर चंदा उन्हें ना सुहाय 

वह तो चम चम चंदा चमकाये री सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।१।।

अंग पे हल्दी उन्हें ना सुहाए 

वो तो तन पे भभूति रमाए री सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।२।।

हाथों में मेहंदी उन्हें ना सुहाये 

वो तो त्रिशूल धारा री सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।३।।

गहने जेवर उन्हें ना सुहाये 

वो तो बिच्छू ततैया डाले री सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।४।।

संघ बराती उन्हें ना सुहाय 

वो तो भूत-प्रेत संग लाया री सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।५।।

लड्डू पेड़ा उन्हें ना सुहाय 

वो तो भांग धतूरा खाए रे सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।६।।

ढोल नगारा उन्हें ना सुहाये 

वो तो डमरु बजाता आया री सखी 

जय बोलो शिव भोले की ।।७।।




 

शीश गंग अर्धांग पार्वती लिरिक्स

 शीश गंग अर्धांग पार्वती सदा विराजत कैलाशी। नन्दी भृंगी नृत्य करत है गुण भगतन शिव की दासी ।।

शीतल मंद सुगंध पवन जह बैठे हैं शिव अविनाशी करत गान गंधर्व सप्त स्वर राग रागिनी अति गासी

यक्ष रक्ष भैरव जहाँ डोलत बोलत हैं बनके वासी कोयल शब्द सुनावत सुंदर है भंवर करत है गुंजासी

कल्पद्रुम और पारिजात तरु लाग रहे हैं लक्षासी कामधेनु कोटीक जहां डोलत करत फिरत है भिक्षासी

सूर्यकांत सम पर्वत शोभित चंद्रकांत सम हिमराशि छहो तो ऋतु नित फलत रहत है पुष्प चढ़त है वर्षासी

देवमुनि जनकी भीड़ पड़तहैं निगम रहत जो नितगासी ब्रह्मा विष्णु हर को ध्यान धरत है, कछु शिव हमको फरमाशी,

रिद्धि सिद्धि के दाता शंकर सदा आनंदित सुख राशि भोले जी को सुमिरन सेवा करता टूट जाए यम की फांसी

त्रिशूलधर जी को नाम निरंतर मन लगायकर जो गासी। दूर होय विपदा सब तन की जन्म जन्म शिवपद पासी

कैलाशी काशी के वासी अविनाशी मेरी सुध लीजो सेवक जान सदाचरणन को अपनों जान कृपा कीजो

आपतो प्रभुजी सदा सयाने बाबा अवगुण मेरा सब ढकीयो मेरो अपराध क्षमा कर शंकर किंकर की विनती सुनियो

अभय दान डीजे प्रभु मोको सकल सृष्टि के हितकारी विश्वनाथ बाबा भक्त निरंजन भव भंजन भव सुख कारी

काल हरो हर कष्ट हरो हर दुख हरो दारिद्र्य हरो नमामि शंकर भजामि भोले बाबा हर हर शंकर तव शरणम् बमबम भोले आप शरणम

सोमवार, 17 जुलाई 2023

भजन करती भोले तेरे मंदिर में लिरिक्स

 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में 

तेरे मंदिर में र तेरे मंदिर में 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में ।। टेरा ।।

 जो मैं होती भोले गंगा और जमुना 

बहती रहती भोले तेरे चरणों में 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में ।।१।।

जो मै होती भोले बेला चमेली 

महकती रहती भोले तेरे मंदिर में 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में ।।२।।

जो मैं होती भोले घी का दीपक

जलती रहती भोले तेरे मंदिर में 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में ।।३।।

जो मैं होती भोले तेरी पुजारीन

भजन करती भोले तेरे मंदिर में 

भजन करती भोला तेरे मंदिर में ।।४।।

जो मैं होती भोले चांद और सूरज 

चमकती रहती भोले तेरे मंदिर में 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में ।।५।।

जो मैं होती भोले काली कोयलिया 

कुहकती रहती भोले तेरे मंदिर में 

भजन करती भोले तेरे मंदिर में ।।६।।


यूट्यूब पर इस भजन को सुने


रविवार, 16 जुलाई 2023

भजन ओ भोले भंडारी हमारे घर आ जाइए

 

ओ भोले भंडारी हमारे घर आ जइयो, अखियाँ तरसे हमारी के दर्श दिखा जियो,

बहुत दिनों से आस लगाईं पर मेरी ना होई सुनवाई अब की बिनती मेरी, ना तू ठुकरा दियो, ओ भोले भंडारी

.........

भागो से चुन चुन भांग मैं लाऊ, प्रेम से पीस के तुज्को पिलाऊ,

अपने हाथो से भोला, मुझे भी पीला दियो,

ओ भोला भंडारी

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हर दिन हर पल तुज्को पुकारू

कब तक तेरी राह निहा,रु कार्तिक गोरा गणेश को अपने साथ ले इयो ओ भोले भंडारी

शिव भजन तेरा पल पल बीता जाए

 

तेरा पल पल बीता जाए, मुख से जप ले नमः शिवाय । ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ॥

शिव शिव तुम हृदय से बोलो, मन मंदिर का परदा खोलो। अवसर खाली ना जाए, मुख से जप ले नमः शिवाय ॥

यह दुनिया पंछी का मेला. समझो उड़ जाना है अकेला । तेरा तन यह साथ न जाय, मुख से जप ले नमः शिवाय ॥

मुसाफिरी जब पूरी होगी, चलने की मजबूरी होगी । तेरा बिगड़ा प्राण रह जाये, मुख से जप ले नमः शिवाय ॥

शिव पूजन में मस्त बने जा भक्ति सुधा रस पान किये जा | दर्शन विश्वनाथ के पाय, मुख से जप ले नमः शिवाय ॥

शिव भजन है धन्य तेरी माया जग में


 

हर हर शंकर नमामि शकर,  नमामि देवा महेश्वरा । नमामि पारब्रह्म परमेश्वर, नमामि भोले दिगम्बरा |

है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिए के रखवाले शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले

जो ध्यान तेरा धर ले मन में, वो जग से मुक्ति पाए भव सागर से उसकी नैया तू पल में पर लगाए संकट में भक्तो में बड़ कर तू भोले आप संभाले शिव शंकर डमरू वाले...

है कोई नहीं इस दुनिया में तेरे जैसा वरदानी नित्त सुमरिन करते नाम तेरा सब संत ऋषि और ग्यानी ना जाने किस पर खुश हो कर तू क्या से क्या दे डाले शिव शंकर डमरू वाले...

त्रिलोक के स्वामी हो कर भी क्या औघड़ रूप बनाए कर में डमरू त्रिशूल लिए और नाग गले लिपटाये तुम त्याग से अमृत पीते हो नित्त प्रेम से विष के प्याले शिव शंकर डमरू वाले...

तप खंडित करने काम देव जब इन्द्र लोक से आया और साध के अपना काम बाण तुम पर वो मूरख चलाया तब खोल तीसरा नयन भसम उसको पल में कर डाले शिव शंकर डमरू वाले...

जब चली कालिका क्रोधित हो खप्पर और खडग उठाए तब हाहाकार मचा जग में सब सुर और नर घबराए तुम बीच डगर में सो कर शक्ति देवी की हर डाले शिव शंकर डमरू वाले...

अब दृष्टि दया की भक्तो पर हे डमरू धर कर देना 'शर्मा' और 'लख्खा' की झोली गौरी शंकर भर देना अपना ही सेवक जान हमे भी चरणों में अपनाले शिव शंकर डमरू वाले...

भजन कैलाश के निवासी नमो बार बार हूं

 

कैलाश के निवासी नमू बार बार हु, नमू बार बार हु आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू, तार तार तू कैलाश के निवासी नमू बार बार हु, नमू बार बार हु आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू


भक्तो को कभी शिव तुने निराश ना किया,माँगा जिन्हें जो जहाँ वरदान दे दिया,बड़ा हैं तेरा दायजा, बड़ा दातार तू, बड़ा दातार तू आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू

कैलाश के निवासी नमू बार बार हु, नमू बार बार हु आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू


बखान क्या करू में राखो के ढेर का, चपटी बभूत में हैं खजाना कुबेर का,
हैं गंग धार, मुक्ति द्वार, ओम्कार तू, प्रभु ओम्कार तू आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू
कैलाश के निवासी नमू बार बार हु, नमू बार बार हु आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू...
.....


क्या क्या नहीं दिया हे हम क्या प्रमाण दे
बसे गए त्रिलोक शम्भू तेरे दान से
ज़हर पिया, जीवन दिया, कितना उदार तू, कितना उदार तू
आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू
कैलाश के निवासी, नमू बार बार हु, नमू बार बार हु



आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू...
तेरी कृपा बिना न हींले एक भी अनु
लेते हैं स्वास तेरी दया से कनु कनु
कहे 'दाद' एक बार मुझको निहार तू, मुझको निहार तू
आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू
कैलाश के निवासी, नमू बार बार हु, नमू बार बार हु आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू......

शनिवार, 15 जुलाई 2023

काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले लिरिक्स

 

काशी का टिकट कटा दे मेरे भोले,

 मैं तो बैठ रेल में आऊ  रे मेरे भोले भंडारी ।। टेर।।

इस पार गंगा उस पार यमुना 

मैं तो गंगा में डुबकी लगाओ रे मेरे भोले भंडारी ।।१।।

ढोने में रबड़ी हाथों में जलेबी 

मैं तो बैठे रेल में खाऊं रे मेरे भोले भंडारी ।।२।।

आक धतूरा और बेल पत्ती 

मैं तो बैरों का भोग लगाऊ रे मेरे भोले भंडारी ।।३।।

हाथों में ढोलक साथ में चिमटा 

 गुरु मंडली के संग गाऊ रे मेरे भोले भंडारी ।।४।।


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शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

भोले तुम्हारे प्यार में दीवाना हो गया हूं शिव भजन

 


भोले तुम्हारे प्यार में दीवाना हो गया हूं 

दीवाना हो गया हूं मस्ताना हो गया हूं 

भोले तुम्हारे प्यार में________।।टेर।।

पहना फकीरी बाना, ये दुनिया जो दे रही ताना-२

तेरे प्यार में क्या शर्माना- २ परवाना हो गया हूं 

भोले तुम्हारे प्यार में________।।१।।

मुझे तेरी याद सतावे, दिन रात नींद नहीं आवे-२

अन्न जल पूरा नहीं भावे-२ बीमार हो गया हूं 

भोले तुम्हारे प्यार में________।।२।।

एक नाम सुना मैंने तेरा, दुनिया से मुखड़ा फेरा - २

हरदम तुझको हेरा-२ हैरान हो गया हूं 

भोले तुम्हारे प्यार में________।।३।।

आया हूं तेरे दर पे, जाऊंगा दीदार करके-२ 

अर्चल राम हटेगा मरके-२ कुर्बान हो गया हूं 

भोले तुम्हारे प्यार में________।।४।।