मित्रों आइए जानते हैं कुंडली मिलान, जो कि संपूर्ण विश्व मे विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए बहुत ही उपयोगी विषय है ।
कुंडली मिलान जरूरी क्यों ?
मित्रों ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति का स्वभाव तथा पसंद ना पसंद और उसका व्यवहार जिसके साथ साथ उसके शत्रु और मित्र, मंगल ग्रह से उनके रक्त के आधार पर उनके जोश, उत्साह शुक्र से कामुकता, कौन ज्यादा मित्र पसंद करता है और कौन एकांत पसंद करता है इन सभी बातों की जानकारी कुंडली मिलान के अंदर प्राप्त होती है । किसी भी लड़का लड़की की शादी विरोधी स्वभाव वाले व्यक्ति से ना हो तथा उनका प्रेम आपस में ना बढ़े तो विवाह का आनंद ही समाप्त हो जाएगा इसलिए मित्रों कुंडली मिलान बहुत ही आवश्यक है ।
कुंडली मिलान हुआ बहुत आसान
कुंडली मिलान की बहुत सारी एप्लीकेशन बहुत सारी वेबसाइट भी लोगों के मोबाइल में उपयोग में लाई जाती है । जिनके कारण कुंडली मिलान बहुत ही सरल और समय की बचत करने वाली तथा सभी भाषाओं में उपलब्ध होने के कारण जनसाधारण में चर्चित हो गई है ।
क्या ये सारी साइट या एप्लीकेशन कुंडली मिलान के लिए सार्थक उपयोगी है या सही-सही गणना करके बताती है ?
कुंडली मिलान के लिए किस वेबसाइट या एप्लीकेशन का उपयोग करें ?
मित्रों कौन सी वेबसाइट सही सही निर्णय बताती है तथा कौन सी एप्लीकेशन कुंडली मिलान के लिए बहुत ही सही उपयोगी हैं इसकी जानकारी तथा निरीक्षण पहले ही कर लेना चाहिए क्योंकि आपके जीवन का सवाल है ? इसके लिए आप पहले किसी वेबसाइट या कुंडली को एप्लीकेशन में मिलान करने के बाद पंचांग के द्वारा जांच जरूर करें ताकि आपको पता चले कि कौन सी वेबसाइट सही निर्णय बता रही है ? पंचांग में गुण मिलान की तालिका दी गई है जिसके द्वारा आप बहुत ही आसानी से गुण मिलान कर सकते हैं ।
कुंडली मिलान की संपूर्ण विधि
मित्रों कई लोगों के मन में यह विषय चलता है कि कुंडली मिलान के लिए क्या-क्या जरूरी है ? मित्रों आपके जन्म पत्रिका में वह सभी चीजें मौजूद हैं जो भी कुंडली मिलान के लिए जरूरी है इसके लिए आपको किसी अन्य जानकारी की आवश्यकता नहीं है ।
कुंडली मिलान के लिए सर्वप्रथम गुण मिलान सारणी में कम से कम 18 गुण मिलना बहुत ही जरूरी है।
उसके उपरांत कुंडली मिलान में वर वधु दोनों की कुंडली में किसी भी प्रकार का दोष तो नहीं है यह भी महत्वपूर्ण जानकारी लेनी चाहिए ।
चंद्रमा शुक्र बृहस्पति परस्पर दोनों की कुंडली में शुभ योग में है कि नहीं अर्थात बृहस्पति दोनों की कुंडली में षडाष्टक योग में हो तो विवाह नहीं करना चाहिए ।
कुंडली मिलान के अंतर्गत कोई दोष हो तो उसकी शांति विवाह के पहले अवश्य करा लेना चाहिए
कुंडली मिलान के अंतर्गत यदि दोनों की कुंडली में संतति प्राप्ति का योग है कि नहीं अर्थात यदि एक की कुंडली में है और एक की कुंडली में योग नहीं है तो ठीक है परंतु यदि दोनों की ही कुंडली में संतान प्राप्ति का योग नहीं है तो विवाह नहीं करना चाहिए ।
इसी तरह वैधव्य अर्थात विधुर योग की भी जानकारी को ठीक ढंग से जांच परख ले ।
इस प्रकार से यदि कुंडली मिलान किया जाए तो वर वधु के दांपत्य जीवन में सुख ही सुख होगा इसलिए कुंडली मिलान जरूर कराएं तथा बहुत ही जांच परख के बाद निर्णय लेना चाहिए ।
कुंडली मिलान विवाह अर्थात दांपत्य जीवन का मूल तथा आधार माना गया है इसे अनदेखा ना करें । अप्पा जीवन बहुमूल्य हैं इसे सुधारने के लिए प्रयास जरूर करें क्योंकि एक बार व्यक्ति दूध से जल जाने के बाद सास को भी फूंक मार मार कर पीता है । जीवन में एक बार भी यदि धोखा मिल जाए तो कभी भी विश्वास कि जीवन में जगह बनती बहुत ही कम नजर आती है ।
आशा करता हूं आप को दी गई जानकारी बहुत ही पसंद आई है तथा इससे जुड़ी हुई बहुत सारी जानकारियां आ गए हम लेकर आएंगे
जय जय श्री कृष्णा जय जय श्री राधे