गुरुवार, 28 सितंबर 2023

shradh 2023 dates | पितृ पक्ष 2023 की तारीखे

 shradh 2023 dates | पितृ पक्ष 2023 की तारीखे अर्थात किस तारीख को किस तिथि का श्राद्ध हो रहा है यह इस लेख में जानेंगे ।

2023 में श्राद्ध पक्ष 29 सितंबर से शुरू होगा तथा सर्वपपितृ अमावस्या 14 अक्टूबर 2023 के दिन पूर्ण हो जाएगा । आईए जानते हैं तारीख के अनुसार

पूर्णिमा श्राद्ध

29 सितंबर 2023 शुक्रवार


प्रतिपदा एकम का श्राद्ध

30 सितंबर 2023 शनिवार दोपहर 12:22 तक


दूज का श्राद्ध 

30 सितंबर 2023 शनिवार दोपहर 12 22 के बाद तथा जो लोग जल्दी श्राद्ध निकालते हो 1अक्टूबर  2023 रविवार को 9:41 तक दूज रहेगी ।


तृतीय तीज का श्राद्ध 

1 अक्टूबर 2023 रविवार को सुबह 9:42 के बाद


चतुर्थी चौथ का श्राद्ध 

2 अक्टूबर 2023 सोमवार को


पंचमी का श्राद्ध  

3 अक्टूबर 2023 मंगलवार को


छठ का श्राद्ध 

4 अक्टूबर 2023 बुधवार को


सप्तमी का श्राद्ध 

5 अक्टूबर 2023 गुरुवार को


अष्टमी का श्राद्ध 

6 अक्टूबर 2023 शुक्रवार को


नवमी का श्राद्ध 

7 अक्टूबर 2023 शनिवार को सुबह 8:09 के बाद जिनको सुबह जल्दी श्राद्ध निकालना हो 8 अक्टूबर 2023 को रविवार के दिन 10:13 के पहले निकल सकते हैं ।


दशमी का श्राद्ध 

8 अक्टूबर 2023 रविवार को 10:14 के बाद तथा 9 अक्टूबर 2023 सोमवार को दोपहर 12:37 तब भी निकाल सकते हैं ।


एकादशी का श्राद्ध 

9 अक्टूबर 2023 सोमवार को 1238 से तथा 10 अक्टूबर 2023 मंगलवार को दोपहर 3:09 तक भी निकाला जा सकता है।


द्वादशी का श्राद्ध 

11 अक्टूबर 2023 बुधवार को


त्रयोदशी का श्राद्ध 

12 अक्टूबर 2023 गुरुवार को


चतुर्दशी का श्राद्ध 

13 अक्टूबर 2023 शुक्रवार को


सर्वपितृ अमावस्या का श्राद्ध

14 अक्टूबर 2023 शनिवार को सर्वपितृ अमावस्या का श्राद्ध निकल जाएगा इसी दिन श्राद्ध पक्ष समाप्त होगा ।

मातामह श्राद्ध 15 अक्टूबर 2023 नवरात्रि घट स्थापना के दिन किया जाएगा ।


दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी हो तथा यदि कोई आपका प्रश्न हो तो कमेंट करके जरूर बताएं ।

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बुधवार, 27 सितंबर 2023

rashi kya hai ? | राशि क्या है?

 राशियों की संपूर्ण जानकारी

ज्योतिष राशि भविष्य के सभी दर्शकों को जय श्री कृष्णा मित्रों लिए जानते हैं राशि किसे कहते है और राशियों के बारे में संपूर्ण जानकारी ।

rashi kya hai ? | राशि क्या है?

जैसा कि आप सभी जानते हैं पृथ्वी चंद्रमा बुध बृहस्पति आदि सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं जिस वृताकार दूरी पर यह सभी ग्रह परिक्रमा करते हैं उसे 12 भागों में बांटा गया है और उनको पहचान के लिए तारों के समूह से बनने वाली आकृति के द्वारा उनका नाम निर्धारित किया गया है।

वृताकार गोला को ( 360°) को 12 से विभाजित करने पर 30 अंश एक राशि का मांन बनता है तथा तारों के समूह से बनने वाली आकृति को एक नाम दिया गया है और उनका नंबर निर्धारित किया गया है जो इस प्रकार है -

१ मेष 

२ वृषभ

३ मिथुन

४ कर्क 

५ सिंह

६ कन्या

७ तुला

८ वृश्चिक 

९  धनु

१० मकर

११ कुम्भ

१२ मीन 


आईए जानते हैं राशियों के अंग्रेजी नाम

राशियों के अंग्रेजी नाम

मेष Arise – एरीस

वृषभ Taurus – टोरस

मिथुन Gemini – जैमिनी

कर्क Cancer – कैंसर

सिंह Leo- लिओ

कन्या Virgo वर्गो

तुला Libra – लिब्रा

वृश्चिक Scorpio – स्कोर्पियो

धनु Sagittarius- सजिटेरियस

मकर Capricornus- कैप्रिकॉर्न

कुंभ Aquarius – एक्वेरियस

मीन Pisces – पाइसेज

इन राशियों को तत्व के अनुसार चार विभागों में बांटा गया है आईए जानते हैं राशियों के तत्व

अग्नि तत्व 

मेष, सिंह, धनु

पृथ्वी तत्व 

वृषभ, कन्या, मकर

वायु तत्व 

मिथुन तुला कुंभ

जल तत्व

कर्क, वृश्चिक, मीन

इसी आधार पर राशियों की मित्रता भी निर्धारित की गई है अग्नि तत्व वाली राशियों की मित्रता वायु तत्व वाली राशियों से होती है तथा पृथ्वी तत्व वाली राशियों की

 मित्रता जल तत्व वाली राशियों से होती है अर्थात मेष सिंह धुन मिथुन तुला कुंभ ये राशि आपस में मित्र हैं दूसरी तरफ वृषभ, कन्या, मकर, कर्क, वृश्चिक, मीन यह राशि आपस में मित्र हैं ।

इन राशियों को स्वभाव के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है आईए जानते हैं तीन स्वभाव

चर स्वभाव-- मेष, कर्क, तुला, वृश्चिक

स्थिर स्वभाव -- वृषभ, सिंह, वृश्चिक, कुंभ

द्वि स्वभाव-- मिथुन कन्या धनु मीन

राशि के स्वभाव के अनुसार यह व्यक्ति का स्वभाव भी फलादेश के अंदर बताया जाता है इसलिए राशि का स्वभाव जानना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।

सभी राशियों के अपने-अपने स्वामी ग्रह हैं जो की फलादेश में बहुत ही अति आवश्यक है इसलिए लिए जानते हैं राशियों के स्वामी ग्रह

सूर्य  सिंह

चंद्रमा कर्क 

मंगल मेष वृश्चिक

बुध मिथुन कन्या 

बृहस्पति धनु मीन 

शुक्र वृषभ तुला 

शनि मकर कुंभ

इस प्रकार से सभी ग्रहों को दो-दो राशि का स्वामी बनाया गया है परंतु सूर्य और चंद्रमा को सिर्फ एक राशि ही प्राप्त हुई है ।

राशियों को स्त्री पुरुष दो प्रकार से भी अलग-अलग संज्ञा दी गई है आईए जानते हैं कौन सी रशियन स्त्री हैं और कौन सी राशियां पुरुष हैं

स्त्री राशि वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर, मीन


पुरुष राशि मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु, कुंभ


आई अब जानते हैं राशियों के रंग सभी राशियों के अलग-अलग रंग है उनके आधार पर

  1. मेष लाल
  2. वृषभ सफेद 
  3. मिथुन हारा
  4. कर्क सफेद
  5. सिंह धूम्रलाल
  6. कन्या पांडु रंग 
  7. तुला विचित्र 
  8. वृश्चिक ताम्र 
  9. धनु सोना
  10. मकर बुरा
  11. कुंभ कला 
  12. मीन धूम्रपिला         

जाति के आधार पर भी राशियों को चार भागों में बांटा गया है जो कि इस प्रकार है

क्षत्रिय  मेष, सिंह, धनु

वैश्य  वृषभ, कन्या, मकर

शूद्र मिथुन, तुला, कुंभ

विप्र  कर्क, वृश्चिक, मीन


गुण और धातु के आधार पर इन राशियों को अलग-अलग बांटा गय आईए जानते हैं हर राशि का गुण और उसके धातु


  1. मेष तप्त देह गुण पित्त धातु
  2. वृषभ शीत गुण वायु धातु
  3. मिथुन तप्त गुण सम धातु
  4. कर्क  शीत गुण कफ धातु
  5. सिंह उष्ण गुण पित्त धातु
  6. कन्या  शीत गुण वायु धातु
  7. तुला उष्ण गुण सम धातु
  8. वृश्चिक  शीत गुण कफ धातु
  9. धनु उष्ण गुण पित्त धातु
  10. मकर शीत गुण वायु धातु
  11. कुंभ उष्ण गुण सम धातू 
  12. मीन शीत गुण कफ धातु

इस प्रकार से राशियों के बारे में हमने आपको जानकारी दी आशा करता हूं यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। अगर आपको दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट करके जरूर बताएं।

शनिवार, 9 सितंबर 2023

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