गुरुवार, 27 अप्रैल 2023
सोमवार, 24 अप्रैल 2023
माता रानी भजन मैया यह जीवन हमारा
मैया ये जीवन हमारा आप के चरणों में है ॥ दीन दुखियो का सहारा आप के चरणों में है
आप की रहमत से मिलती इज्जत की दो रोटियां ॥
हम गरीवों का सहारा आप के चरणों में है। मैया
........
मै भला चिंता करूँ क्यों मुझे भरोसा आप पर ॥
मेरा तो परिवार सारा आप के चरणों में है । मैया ..
तेरे दर को छोड़ कर जाऊं तो जाऊं कहाँ ॥
झुकता ये संसार सारा आप के चरणों में है। मैया
...........
सोमवार, 17 अप्रैल 2023
आरती जय गणेश जय गणेश aarti ganesh
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी x 2
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा लड्डुअन का भोग लगे सन्त करे सेवा x2
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती पिता महादेवा x2
[अँधे को आँख देत कोढ़िन को काया बाँझ को पुत्र देत निर्धन को माया x2
दीनन की लाज रखो शंभु सुतवारी कामना को पूर्ण करो जाऊ बलिहारी
सूर श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा सर्व कार्य सिद्ध करो श्री गणेश देवा x2
गणपति की सेवा मंगल मेवा, सेवा से सब विघ्न टरें ।
तीन लोक तैतिस देवता, द्वार खड़े सब अर्ज करे ॥ (तीन लोक के सकल देवता, द्वार खड़े नित अर्ज करें ।)
ऋद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजे, अरु आनन्द सों चवर करें। धूप दीप और लिए आरती, भक्त खड़े जयकार करें ॥
गुड़ के मोदक भोग लगत है, मुषक वाहन चढ़ा करें। सौम्यरुप सेवा गणपति की, विध्न भागजा दूर परें॥
रविवार, 16 अप्रैल 2023
भजन जय जय पितर जी महाराज
जय जय पित्तारजी महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी । शरण पड़यो हूँ थारी बाबा, शरण पड़यो हूँ थारी ।।
आप ही रक्षक आप ही दाता, आप ही खेवनहारे । मैं मूरख हूँ कछु नहिं जाणूं, आप ही हो रखवारे ।। जय ।।
आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी, करने मेरी रखवारी ।
हम सब जन हैं शरण आपकी, है ये अरज गुजारी ।। जय ।।
देश और परदेश सब जगह, आप ही करो सहाई । काम पड़े पर नाम आपको, लगे बहुत सुखदाई || जय ||
भक्त सभी हैं शरण आपकी, अपने सहित परिवार । रक्षा करो आप ही सबकी, रहूँ मैं बारम्बार ।। जय ।।
जय जय पित्तारजी महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी । शरण पड़यो हूँ थारी बाबा, शरण पड़यो हूँ थारी ।।
शुक्रवार, 14 अप्रैल 2023
भजन ताऊ बांध ले सामान
भजन ताऊ बांध ले सामान
सालासर के मंदिर माथा टेकन जाना स
ताऊ बांध ले सामान मेला देखन जाना स।। टेर।।
घूम घूम कर घूमर घाला और बजावा चंग
सालासर के मंदिर माही जाए मचाना उदंग
मंदिरिया के आगे तने खूब नचाना से
ताऊ बांध ले सामान मेला देखन जाना स।। १।।
घर का तो काढ़योढा ताऊ घी का पीपा लेले
हर्ष कहे तू भूल न जाना सिंदूर की डब्बी ले ले
बालाजी के डील पर सिंदूर लगाना से
ताऊ बांध ले सामान मेला देखन जाना स।।२।।
सालासर का बालाजी ते देव बड़ा हो मोटा
सच्चे मन से ध्यावे ताऊ धन का रहना टोटा
खीर चूरमा लड्डू का भोग लगाना है
ताऊ बांध ले सामान मेला देखन जाना स।। ३।।
1 साल में सुनले ताऊ चैत मेला आवे
सच्चे मन से ध्यावे ताऊ मन इच्छा फल पावे
थारे सागे मना भी बजरंग रिझाना से
ताऊ बांध ले सामान मेला देखन जाना स।। ४।।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)