ऐसा प्यार बहा दे मैया
चरणों में लग जाऊँ मैं!
सब अंधकार मिटा दे मैया
दर्शन तेरे कर पाऊँ मैं...!!
जग में आकर जग को मैया
अब तक न पहचान सका,
क्यों आया हूँ कहाँ है जाना
यह भी न मैं जान सका
तू है अगम अगोचर मैया
कहाँ कैसे लख पाऊँ मैं...!!
सुन माता जगदम्बे भवानी
मैं बालक नादान हूँ,
हूँ अपराधी, न जप-तप जानूँ
मैं अवगुण की खान हूँ
दे ऐसा वरदान हे मैया
सुमिरन तेरा गाऊँ मैं...!!
ऐसा प्यार बहा दे मैया
चरणों
में लग जाऊँ मैं!!
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