हे गिरधर तेरी आरती गाऊं
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं
आरती गाऊं प्यारे तुझको रिझाऊं
श्याम सुंदर तेरी आरती गाऊं।।टेर।।
मोर मुकुट प्रभु शीश पे सोहे,
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे,
मैं इस छवि पर बलिहारी जाऊं।।1।।
मुझ अनाथ के नाथ आप हो,
जीवन धन प्यारे प्राण आप हो,
मैं हरि चरणों में शीश झुकाऊं।।2।।
चरणों से निकली गंगा प्यारी,
जिसने सारी दुनिया तारी,
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।।3।।
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं..........
इसी प्रकार भजन, मंत्र, आरती, ज्योतिष पोस्ट के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करें
Good information
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंJay shree shyam
जवाब देंहटाएंJay Jay Girdhar Gopal
जवाब देंहटाएं