सोमवार, 25 अक्टूबर 2021

दीपावली पूजन मुहूर्त 2021, लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2021,

 



दीपावली पूजन मुहूर्त, लक्ष्मी पूजन मुहूर्त,



धर्म पूजा-पाठ के इस ब्लॉग पर आप सभी का स्वागत है आइए जानते हैं दीपावली पूजन मुहूर्त इसे लोग लक्ष्मी पूजन मुहूर्त भी कहते हैं भारतवर्ष में इस त्यौहार की बहुत महत्वता है क्योंकि इसी दिन भगवान श्री राम अयोध्या में रावण वध के बाद पधारे थे |




मित्रों यह परवाह धनत्रयोदशी से प्रारंभ हो जाता है किसी दिन लोग बहुत सारी नई नई चीजें खरीदते हैं कोई बर्तन खरीदना है कोई कपड़े खरीदते हैं कोई सोना खरीदा है तो कोई चांदी खरीदते हैं कई लोग अपनी दुकान और ऑफिस के लिए नए नए खाता भाई की पुस्तकें भी खरीदते हैं, अपनी अपनी सामर्थ्य के अनुसार लोग नई वस्तुएं खरीदते हैं ।

इसी दिन धनाध्यक्ष भगवान कुबेर की भी पूजा होती है दुकान में गल्ले की पूजा होती है घर में तिजोरी की पूजा होती है, सभी लोग भगवान कुबेर की कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा जरूर करते हैं

धनत्रयोदशी का यह पर्व 2 नवंबर 2021 मंगलवार के दिन मनाया जाएगा इस दिन दोपहर 11:30 बजे के बाद त्रयोदशी आएगी इसी दिन प्रदोष भी है । 


धनतेरस 2 नवंबर 2021

तो पहले आइए जानते हैं धनत्रयोदशी के शुभ मुहूर्त


चौघड़िया के अनुसार

लाभ दोपहर 10:56 से 12:22 तक

अमृत दोपहर 12:22 से 13:47 तक

इसके साथ-साथ 12:00 से 12:44 तक अभिजीत मुहूर्त भी रहेगा

शुभ दोपहर 15:12 से 16:38 तक

शुभ के चौघड़िया का जो समय है उसी समय राहु काल भी रहेगा क्योंकि उत्तर भारत में ज्यादातर नहीं देखा जाता है


गोधूलि बेला का समय रहेगा 6:00 से 8:00 के बीच में उसके साथ साथ

लाभ का चौघड़िया 19:38 से 21:12 बजे तक


मित्रों इसके उपरांत 1 चौघड़िया उद्वेग का रहेगा

तो इस प्रकार से धनत्रयोदशी के शुभ मुहूर्त है आप जान गए ।


धनत्रयोदशी के दिन शाम को 6:00 बजे यम दीपक जरूर करना चाहिए जिससे यमराज प्रसन्न होते हैं तथा चतुर्दशी के दिन सुबह उठकर स्नान करना चाहिए मित्रों चतुर्दशी को कई लोग नरक चतुर्दशी भी कहते हैं और रूप चतुर्दशी भी कहते हैं इसी दिन उबटन आदि लगाना चाहिए तथा स्नान होने के उपरांत यमराज और भीष्म पितामह के लिए तर्पण करना चाहिए जिससे अपने पितरों को भी प्रसन्नता मिलती हैं शाम के समय पितरों को भी नमस्कार करते हुए दीपक जलाना चाहिए


इस वर्ष दीपावली पूजन मुहूर्त 4 नवंबर 2021 गुरुवार के दिन रहेगा ।

लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2021

चौघड़िया मुहूर्त

शुभ 6:41 से 8:06 

लाभ 12:22 - 13:47

अमृत 13:47 - 15:12

शुभ 16:37 - 18:02

अमृत 18:02 - 19:37

लाभ 24:22 - 25:57


अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:59 से लेकर 12:44 तक रहेगा

गोधूलि बेला शाम को 6:00 बजे से 8:00 बजे तक रहेगी



आइए जानते हैं मुहूर्त लग्न के अनुसार 


इसके लिए आपको आपके नाम राशि के अनुसार या व्यवसाय , व्यापार की राशि के अनुसार लग्न ग्रहण करना चाहिए, आपकी राशि या व्यापार के नाम की राशि से चौथा छठवां आठवां 12वां लग्न नहीं होना चाहिए


उदाहरण के लिए यदि आप की मेष राशि है या व्यापार के मेष राशि हैं तो कन्या लग्न वृश्चिक लग्न और मीन लग्न नहीं लेना चाहिए

व्यापार, व्यवसाय के लिए मित्रों या तो स्थिर लग्न  लेना चाहिए या द्विस्वभाव लग्न पूजा में ग्रहण करना चाहिए

जो कि इस प्रकार है

वृश्चिक स्थिर लग्न सुबह 7:37 से 09:52 तक

धनु  द्विस्वभाव लग्न 09:52 से  11:58 तक


कुम्भ  स्थिर लग्न 13:48  से 15:25  तक

मीन  द्विस्वाभाव लग्न 15:25 PM  से 16:59 तक

वृषभ  स्थिर लग्न  18:43 PM  से  20:43 तक

मिथुन  द्विस्वाभाव लग्न 20:43 PM  से 10:56  तक

सिंह  स्थिर लग्न रात्रि 01:10   से  03:18  तक

आशा करता हूं आप समझ ही गए होंगे

 लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त,

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लक्ष्मी पूजन मुहूर्त,

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दीपावली पूजन मुहूर्त 2021

दीपावली का शुभ मुहूर्त

दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त

दीपावली शुभ मुहूर्त

दीपावली मुहूर्त 2020

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त

दीपावली मुहूर्त

दिवाली मुहूर्त

दीपावली का मुहूर्त

दिवाली पूजन का शुभ मुहूर्त

लक्ष्मी जी पूजन का मुहूर्त

दीवाली पूजा का शुभ मुहूर्त

दिवाली किस महीने में है

छोटी दिवाली पूजा मुहूर्त

दिवाली पूजन का मुहूर्त

दीपावली पूजन शुभ मुहूर्त

दिवाली पूजन मुहूर्त

दीपावली का शुभ मुहूर्त 2021

दिवाली लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त

दिवाली का शुभ मुहूर्त

दीपावली पूजन का मुहूर्त

लक्ष्मी पूजन शुभ मुहूर्त


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इन सब प्रश्नों के उत्तर आपको इस ब्लॉग में मिल ही गए होंगे आपके लिए यह लोग बहुत ही उपयोगी साबित हो श्री प्रयास के साथ और आप इसे फॉलो और शेयर करते रहेंगे इसी आशा के साथ सभी को जय श्री कृष्णा







गुरुवार, 21 अक्टूबर 2021

भगवान श्री राम के 108 नाम

      भगवान श्री राम के 108 नाम









आपदां परहर्तारं दातारं सर्व सम्पदां ।
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम ।।


१ ॐ श्री रामायण नमः
२ ॐ  राम भद्राय नमः
३ ॐ रामचंद्राय नमः
४ ॐ शाश्वताय नमः
५ ॐ राजीवलोचनाय नमः
६ ॐ श्रीमते नमः
७ ॐ राजेंद्राय नमः
८ ॐ रघुपुंगवाय नमः
 ९ ॐ जानकीवल्लभाय ०
१०. ॐ जैत्राय नमः
११. ॐ जितामित्राय नमः
१२. ॐ जनार्दनाय नमः
१३. ॐ विश्वामित्रप्रियाय ०
१४. ॐ दान्ताय नमः
१५. ॐ शत्रुजिते नमः
१६. ॐ शत्रुतापनाय नमः
१७. ॐ बालिप्रमथनाय नमः
१८. ॐ वाग्मिने नमः
१९. ॐ सत्यवाचे नमः
२०. ॐ सत्यविक्रमाय नमः
२१. ॐ सत्यव्रताय नमः
२२. ॐ व्रतधराय नमः
२३. ॐ सदा हनुमदाश्रिताय नमः
२४. ॐ कौसलेयाय नमः
२५. ॐ खरध्वंसिने नमः
२६. ॐ विराधवधपण्डिताय नमः
२७. ॐ विभीषणपरित्रात्रे ०
२८ ॐ हरकोदण्डखण्डनाय नमः
२९ ॐ सप्ततालप्रभेत्रे नमः
३० ॐ दशग्रीवशिरोहराय०
३१ ॐ जामदग्न्यमहा-
-दर्पदलनाय नमः
३२ ॐ ताटकान्तकाय नमः
३३ ॐ वेदान्तसाराय नमः
३४ ॐ वेदात्मने नमः
३५ ॐ भवरोगस्यभेषजाय०
३६ ॐ दूषणात्रिशिरोहन्त्रे
३७ ॐ त्रिमूर्तये नमः
३८ ॐ त्रिगुणात्मकाय नमः
३९ ॐ त्रिविक्रमाय नमः
४० ॐ त्रिलोकात्मने नमः
४१ ॐ पुण्यचारित्रकीर्तनाय०
४२ ॐ त्रिलोकरक्षकाय नमः
४३ ॐ धन्विने नमः
४४  ॐ दण्डकारण्य-
-पावनाय नमः
४५ ॐ अहल्याशापशमनाय०
४६. ॐ पितृभक्ताय नमः
४७. ॐ वरप्रदाय नमः
४८. ॐ जितेन्द्रियाय नमः
४९. ॐ जितक्रोधाय नमः
५०. ॐ जितामित्राय नमः
५१. ॐ जगद्गुरवे नमः
५२. ॐ ऋक्षवानरसंघातिने
५३. ॐ चित्रकूट समाश्रयाय०
५४. ॐ जयन्तत्राणवरदाय०
५५. ॐ सुमित्रापुत्रसेविताय०
५६. ॐ सर्वदेवादिदेवाय ०
५७. ॐ मृतवानरजीवनाय
५८. ॐ मायामारीचहन्त्रे .
५९. ॐ महादेवाय नमः
६०. ॐ महाभुजाय नमः
६१. ॐ सर्वदेवस्तुताय नमः
६२. ॐ सौम्याय नमः
६३. ॐ ब्रह्मण्याय नमः
६४. ॐ मुनिसंस्तुताय नमः
६५. ॐ महायोगिने नमः
६६. ॐ महोदाराय नमः
६७. ॐ सुग्रीवेप्सितराज्यदाय नमः
६८. ॐ सर्वपुण्याधिकफलाय नमः
६९. ॐ स्मृतसर्वाघ-
-नाशनाय नमः
७०. ॐ आदिदेवाय नमः
७१. ॐ महादेवाय नमः
७२. ॐ महापुरुषाय नमः
-७३. ॐ पुण्योदयाय नमः
७४. ॐ दयासाराय नमः
७५. ॐ पुराणपुरु-
-षोत्तमाय नमः
७६. ॐ स्मितवक्त्राय नमः
७७. ॐ मितिभाषिणे नमः
७८. ॐ पूर्वभाषिणे नमः
७९. ॐ राघवाय नमः
८०. ॐ अनन्तगुण-
-गम्भीराय नमः
८१. ॐ धीरोदात्त-
-गुणोत्तमाय नमः
८२. ॐ मायामानुष-
-चारित्राय नमः
८३. ॐ महादेवादि-
-पूजिताय नमः
८४. ॐ सेतुकृज्जित-
वारीशाय नमः
८५. ॐ सर्वतीर्थमयाय ०
८६. ॐ हरये नमः
८७. ॐ श्यामाङ्गाय नमः
८८. ॐ सुन्दराय नमः
८९. ॐ शूराय नमः
९०. ॐ पीतवासिने नमः
९१. ॐ धनुर्धराय नमः
९२. ॐ सर्वयज्ञाधिपाय ०
९३. ॐ यज्वने नमः
९४. ॐ जरामरण-
-वजिताय नमः
९५. ॐ शिवलिङ्ग-
-प्रतिष्ठात्रे नमः
- ९६. ॐ सर्वावगुण-
-वर्जिताय नमः
९७. ॐ परमात्मने नमः
९८. ॐ परब्रह्मणे नमः
९९. ॐ सच्चिदानन्द-
-विग्रहाय नमः
१००.ॐ परंज्योतये नमः
१०१. ॐ परं धाम्ने नमः
१०२. ॐ पराकाशाय नमः
१०३.ॐ परात्पराय नमः
१०४. ॐ परेशाय नमः
१०५. ॐ पारगाय नमः
१०६.ॐ पाराय नमः
१०७. ॐ सर्वदेवात्मकाय ०
१०८.ॐ पराय नमः

ॐ दाशरथाये विद्महे, सीता वल्लभाय धीमहि, तन्नो राम: प्रचोदयात् ।।






भगवान श्री राम के 108 नाम आशा करता हूं पाठको को बहुत ही लाभदायक रहेंगे

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बुधवार, 20 अक्टूबर 2021

गणेश मंत्र, गणेशपञ्चरत्नम्

                              गणेशपञ्चरत्नम्

गणेश पंचरत्न
गणेश पंचरत्न




मुदा करात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं
कलाधरावतंसकं विलासिलोकरञ्जकम् ।
अनायकैकनायक विनाशितेभदैत्यक
नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ॥१॥

नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं
नमत्सुरारिनिर्जर नताधिकापदुद्धरम् ।
सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं
महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम् ॥२॥

समस्तलोकशङ्करं निरस्तदैत्यकुञ्जरं
दरेतरोदरं वरं वरेभवक्त्रमक्षरम् ।
कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्कर
नमस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम् ॥३॥



अकिंचनार्तिमार्जनं चिरन्तनोक्तिंभाजनं
पुरारिपूर्वनन्दनं सुरारिगर्वचर्वणम् ।
प्रपञ्चनाशभीषणं धनञ्जयादिभूषणं
कपोलदानवारणं भजे
पुराणवारणम् ।।४।।

नितान्तकान्तदन्तकान्तिमन्तकान्तकात्मज-
मचिन्त्यरूपमन्तहीनमन्तरायकृन्तनम्
हृदन्तरे निरन्तरं वसन्तमेव योगिनां
तमेकदन्तमेव तं विचिन्तयामि संततम् ॥५॥


महागणेशपञ्चरत्नमादरेण योऽन्वहं
प्रगायति प्रभातके हृदि स्मरन् गणेश्वरम् ।
अरोगतामदोषतां सुसाहितीं सुपुत्रतां
समाहितायुरष्टभूतिमभ्युपैति सोऽचिरात् ॥ ६ ॥
।। श्रीमच्छङ्कराचार्यकृतं गणेशपञ्चरत्नस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।।







इसी प्रकार से अनेक गणेश मंत्र हमारे इस ब्लॉग पर पाठकों को प्राप्त होंगे आशा करता हूं आप सब  लाभ लेंगे तथा ब्लॉग  को फॉलो जरूर करेंगे
जय श्री कृष्णा






सोमवार, 11 अक्टूबर 2021

माँ सुणल्यो, माँ सुणल्यो,माँ सुणल्यो शेरावालीये

 माँ सुणल्यो, माँ सुणल्यो,माँ सुणल्यो शेरावालीये 




माँ सुणल्यो, माँ सुणल्यो,माँ सुणल्यो शेरावालीये कबस्यु पुकारू मैया सुणल्यो जोतावालिये ।।टेर।।

कब्सयू खड्यो हु तेरे दर को भिखारी ,
 सुणले ओ माता रानी अब तो हमारी ।।1।।


सिंधु सम हियो मेरो उमडयो माँ आवे,
काली घटा सम दोउ नैना बरसावे।।2।।


ज्यादा अब अइया मैया मत तरसाओ,
हिवड़ो तिहारो अम्बे मोम बनाओ ।।3।।

माफ करो भूल सब ममता की मैया,
ले वो पतवार पार करो मेरी नैया।।4।।


अरजी को गर नंद जोर है मेरो, 
कर दे मां मर्जी मंगल गावा जस थारो ।।5।।




रविवार, 3 अक्टूबर 2021

नवरात्रि घट स्थापना मुहूर्त 2021,ghat sthapana muhurt,

नवरात्रि घट स्थापना शुभ मुहूर्त 2021 








धर्म पुजा पाठ के सभी पाठकों को नवरात्रि घटस्थापना 2021 की हार्दिक शुभकामनाएं आइए आज जानते हैं दुर्गा स्थापना अर्थात नवरात्रि घटस्थापना 2021 के शुभ मुहूर्त

मित्रों प्रतिपदा दोपहर 1:46 तक रहेगी तो सभी लोग आसानी से 1:40 तक घट स्थापना कर सकते हैं फिर भी सभी लोगों के मनों अनुकूल मुहूर्त देखने के अलग अलग तरीके रहते हैं जिसे चौघड़िया के अनुसार, होरा के अनुसार मुहूर्त, अपने नाम के अनुरूप लग्न के अनुसार मुहूर्त, अभिजीत, गोधूलि, ब्रह्म मुहूर्त और भी बहुत सारे ज्योतिष में मुहूर्त दिए गए हैं परंतु जो प्रचलन में आ रहे हैं उनकी जानकारी हम आपको प्रदान कर रहे हैं

तो पहले शुरुआत करते हैं चौघड़िया के अनुसार शुभ मुहूर्त

शुभ 06:31 - 07:59
लाभ12:26 - 13:54
अमृत13:54 - 15:23
शुभ16:52 - 18:20

इसके उपरांत आता है अभिजीत मुहूर्त जो कि इस प्रकार है
अभिजित12:02 -12:49

आप की राशि के अनुसार आप लग्न मुहूर्त का भी चयन कर सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं

वृश्चिक लग्न 09:28 11:42
धनु लग्न 11:42 13:49


मित्रों दिए गए मुहूर्त मुंबई के समय अनुसार दिए गए हैं जहां आप रह रहे हैं वहां पर 20 से 25 मिनट का अंतर हो सकता है मुहूर्त में तो आप इन मुहूर्त को अपने शहर के अनुसार गणित करके चयन करें

आशा करता हूं नवरात्रि घटस्थापना प्रसाद दुर्गा स्थापना मुहूर्त 2021 का यह लेख आपके लिए बहुत ही लाभदायक रहेगा जय श्री कृष्णा

पंडित जितेंद्र सोहनलाल शर्मा












शनिवार, 2 अक्टूबर 2021

vivah muhurt 2021, विवाह मुहूर्त 2021

 muhurt 2021, विवाह मुहूर्त 2021

8 अक्टूबर 2021

11 अक्टूबर 2021

12 अक्टूबर 2021

13 अक्टूबर 2021

14 अक्टूबर 2021

18 अक्टूबर 2021

1 नवंबर 2021

7 नवंबर 2021

8 नवंबर 2021

12 नवंबर 2021

30 नवंबर  2021

 1 दिसंबर 2021

8 दिसंबर 2021

9 दिसंबर 2021

13 दिसंबर 2021

 25 जनवरी 2022

 6 फरवरी 2022

7 फरवरी  2022


मुहूर्त के अलावा अपनी राशि के अनुसार साधारण मुहूर्त भी बन सकते हैं जिसके लिए अच्छे ज्योतिषी से संपर्क करें या हमें संपर्क करने के लिए

 व्हाट्सएप नंबर 80 9767 8427

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