माला का रहस्य Rosary's secret
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है आइए जानते हैं की माला क्या है
आपने बहुत से लोगों को माला घुमाते हुए देखा होगा कोई रुद्राक्ष की माला फेरता है कोई तुलसी की माला फेरता है परंतु आपने कभी सोचा है कि माला क्यों फेरते हैं
मंत्रों का जाप करने के लिए क्या भगवान को याद करने के लिए किसी माला की जरूरत है जी नहीं ऐसा कदापि नहीं है
भगवान का नाम तो बिना माला के लिए जा सकता है भगवान का नाम गिनने के लिए तो हां शायद लोग इसीलिए माला हाथ में रखते हैं कि भगवान का नाम कितनी बार लिया उन्हें पता रहे
क्या आप खाना खाते समय निवाले गिनते हैं तो आप कहेंगे कि नहीं
आप कर्म करते समय अपने कर्मों का लेखा जोखा रखते हैं आप कहेंगे नहीं
आप अपने किए हुए पाप कर्म पुण्य कर्म का लेखा-जोखा रखते हैं आप आएंगे नहीं
तो फिर भगवान के नाम का लेखा-जोखा गिनती क्यों रखते हैं
कबीरदास जी ने कहा है
माला तो मन में फिरे जीभ फिरे मुख माहि मनुवा तो चहूं दिसि फिरै यह तो सुमिरन नाही
अगर आपका मन चारों तरफ भटक रहा है और हाथ में माला घूम रही है इस प्रकार के जप से क्या लाभ?
तो आइए जानते हैं माला का रहस्य
1 मित्रों माला के माध्यम से हमारे मन को नियंत्रित करने प्रक्रिया बनाई गई है जब तक आपके हाथ में माला रहेगी तब तक आप अपने मन में इस बात को ध्यान में रखेंगे की मुझे इष्ट देवता के मंत्र का जप करना है
2 विशेष देवता के लिए विशेष प्रकार के माला का उपयोग बताया गया है जिसमें विशेष प्रकार की शक्ति होती है जैसे लक्ष्मी के लिए स्फटिक की माला भगवान शंकर के लिए रुद्राक्ष की माला भगवान महाविष्णु के लिए तुलसी की माला
3 माला फेरने की जो प्रक्रिया है उसमें अंगूठी मध्यमा अनामिका का उपयोग होता है जिससे मानसिक शक्ति जागृत होती है आध्यात्मिक शक्ति जागृत होती हैं और मन हमारे इष्टदेव की तरफ लगा रहता है
4 माला विशेष अनुष्ठान के लिए अति आवश्यक है क्योंकि उसी से निर्धारित किया जा सकता है कितने जप हुए क्योंकि जितने जब होते हैं उन का दशांश हवन करना जरूरी होता है उसके बाद तर्पण मार्जन हो ब्राह्मण भोजन भी
5 एक माला में 108 मनके होते हैं जिसमें सो को ही गिना जाता है बाकी 8 कमअधिक दोष के लिए छोड़ देते है
6 माला धारण करने से कई बीमारियों से राहत मिलती है
7 सही तरीके से माला फेरी जाए तो जप के द्वारा हमारे कुंडलिनी शक्ति तथा चक्र जागृत होते हैं
8 ज्योतिष के हिसाब से अगर किसी भी ग्रह के लिए उस ग्रह के अनुसार रुद्राक्ष की माला धारण कर ली जाए तो उस ग्रह का दोष कम होता है
9 माला का पूजन करके शुद्धीकरण संस्कार आदि करके अगर जप किया जाता है तो बहुत ही ज्यादा लाभ मिलता है यदि वह भी नहीं हो सकता येन केन प्रकारेण भी जप किया जाए तो लाभदाई ही हैं
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पंडित जीतेंद्र सोहनलाल शर्मा धन्यवाद
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Bahut badiya
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