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तुम्हारी शरण मिल गई सांवरे लिरिक्स

 

तुम्हारी शरण मिल गई सांवरे


तुम्हारी शरण मिल गई सँवारे,

तुम्हारी कसम ज़िंदगी मिल गई,

हमें देखने वाला कोई न था,

तुम जो मिले बंदगी मिल गई…


बचाते ना तुम डूब जाते कन्हैया,

कैसे लगाते किनारे पे नैया,

गमें ज़िंदगी से परेशान थे,

रोते लबो को हंसी मिल गई,सँवारे…



समज के अकेला सताती ये दुनिया,

सितम पे सितम हम पे ढाती ये दुनिया,

गनीमत है ये तुम मेरे साथ हो,

मुझे आप की दोस्ती मिल गई,

तुम्हारी शरण मिल गई सँवारे…


मुझे श्याम तुम पे भरोसा बहुत है,

तुमने हमें पाला पोसा बहुत है,

आँखों का मेरी उजाला हो तुम,

अन्धकार को रोशनी मिल गई,

तुम्हारी शरण मिल गई सँवारे…


मुझे सँवारे इतना काबिल बना दो,

प्रेम की ज्योति ह्रदय में जगा दो,

उंगली उठा के कोई ना कहे,

संजू के दिल में कमी मिल गई,

तुम्हारी शरण मिल गई सँवारे…




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