श्रीमद् भागवत कथा का सार क्यों चला गया ?
ब्राह्मण केवल अन्न धनादी के लिए घर-घर एवं जन जन को भागवत की कथा सुनाने लगे इसलिए कथा का सार चला गया है
तीर्थों का प्रभाव क्यों जाता रहा ?
तीर्थों में नाना प्रकार के अत्यंत घोर कर्म करने वाले नास्तिक और नारकी पुरुष भी रहने लगे हैं इसलिए तीर्थो का भी प्रभाव जाता रहा
कलयुग में तप का सार क्यों चला गया?
जिन का चित निरंतर काम क्रोध महान लोभ और तृष्णा से तपता रहता है वे लोग तपस्या करने लगे हैं इसलिए तप का सार भी चला गया
ध्यान योग का फल क्यों मिट गया है ?
मन पर काबू न होने के कारण तथा लोग दंभ और पाखंड का आश्रय लेने के कारण शास्त्र का अभ्यास ना करने से ध्यान योग का फल मिट गया है ।
शुकदेव मुनि को देवताओं ने किस प्रकार प्रलोभन दिया ?
जब राजा परीक्षित को शुकदेव मुनि भागवत कथा पान कराने जा रहे थे तब देवता है और उन्होंने कहा कि आप राजा परीक्षित को अमृत पान करा दीजिए और हमें कथा अमृत का दान दे दीजिए जिस से आपस में अदला-बदली हो जाएगी ।
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