रविवार, 10 जुलाई 2022

सावन महिना 2022 रुद्राभिषेक शुभ मुहूर्त

                   सावन महिना 2022

धर्म पुजा पाठ ब्लॉग पर सभी पाठको का स्वागत है,  आप सभी जानते हैं सावन महिना 2022 की शुरुआत 14 जुलाई 2022 से हो रही है तो आइए आज जानते हैं सावन महिना 2022 में भगवान शंकर का रुद्राभिषेक के शुभ मुहूर्त ।

sawan 2022 rudrabhishek,
सावन 2022 रुद्राभिषेक शुभ मुहूर्त


 हर व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण हो ऐसी इच्छा रहती है हर व्यक्ति यह चाहता है कि किसी ऐसे मुहूर्त में भगवान शंकर का अभिषेक किया जाए जिससे मनोवांछित फल प्राप्त हो मनोकामना पूर्ण हो इसलिए आज हम लेकर आए सावन महिना 2022 रुद्राभिषेक शुभ मुहूर्त । 

सावन सोमवार की तारीखें

18 जुलाई को सावन महीने का पहला सोमवार होगा तथा उसके उपरांत सोमवार 25 जुलाई 1 अगस्त 8 अगस्त को होंगे  ।

 

सावन में नाग पंचमी की तारीख

18 जुलाई को मरुस्थल के अनुसार तथा 2 अगस्त को भी कई जगह नाग पंचमी मनाई जाएगी ।

 सावन महिना 2022 में प्रदोष

सावन महीने में दो प्रदोष व्रत आते हैं जो कि 25 जुलाई और 9 अगस्त को इस वर्ष शिव भक्तों के लिए कल्याणकारी रहेंगे ।

 सावन महीने में मासशिवरात्रि

मित्रों हर महीने में भगवान शिव की मास शिवरात्रि रहती है जो कि सावन महीने में 26 जुलाई को आएगी ।

सावन महीने में शिव वास की तारीखें

मित्रों श्रावण महीने में जो लोग भगवान शंकर का रुद्राभिषेक शिव वास देखकर करना चाहते हैं उनके लिए भगवान शिव का वास देखकर यह तारीखें बताई जा रही है जो कि निम्नलिखित हैं👉

14 जुलाई गुरुवार

17 जुलाई रविवार

18 जुलाई सोमवार

21 जुलाई गुरुवार

24 जुलाई रविवार

25 जुलाई सोमवार

28 जुलाई गुरुवार

30 जुलाई शनिवार

2 अगस्त मंगलवार

3 अगस्त बुधवार

6 अगस्त शनिवार

9 अगस्त मंगलवार

10 अगस्त बुधवार

आशा करता हूं आप के लिए यह पोस्ट रुद्राभिषेक शुभ मुहूर्त के लिए बहुत ही लाभदायक रहेगी और आप इसे शेयर भी जरूर करेंगे ।



गुरुवार, 7 जुलाई 2022

भगवान श्री राम ने बाली का वध छूप कर क्यों किया

 श्री राम ने बाली को छुपकर क्यों मारा ?


धर्म पूजा पुजा पाठ के सभी पाठको को जय श्री कृष्णा

मित्रों आइए जानते हैं भगवान श्री राम ने बाली को छूप कर क्यों मारा ??

बालि का वध


ऐसे कौन से कारण रहे हैं कि प्रभु श्री राम को भी छल का सहारा लेना पड़ा और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने पेड़ के पीछे छुप कर बाली का वध किया




शुरुआत करते हैं आज के इस पो की  भगवान श्रीराम ने बालि का वध छुप कर क्यों किया ??


पहला कारण

मित्रों सबसे पहला कारण तो आप सभी को पता है कि बाली को वरदान था जो कि भगवान शंकर ने दिया था कि उसके सामने आते ही युद्ध करने वाले की आधी शक्ति उसमें आ जाती थी । जिसके फलस्वरूप युद्ध बहुत लंबा चल सकता था और यदि भगवान श्री राम उसका वध सामने आकर कर भी देते तो भगवान शंकर के उस वरदान को निष्फल होना पड़ता इसलिए भगवान शिव के वरदान का मान रखने के लिए भगवान श्रीराम ने उसका वध छुप कर किया।


 हालांकि वाल्मीकि रामायण में

लिखा हुआ है कि भगवान श्री राम ने बाली के साथ युद्ध ,युद्ध परंपरागत विधि के अनुसार ही किया था, जिसमें बताया गया है कि बाली अपने सैन्य बल के साथ युद्ध करने के लिए आया था ।

आइए मित्रों जानते हैं


दूसरा कारण

दूसरा कारण जो कि यह भी हो सकता है कि भगवान श्रीराम ने सुग्रीव से मिलते ही मित्रता कर ली थी और राजा बनाने का आश्वासन दे दिया था अर्थात राजा बना दिया था प्रभु श्री राम को अपने उस वचन को भी निभाना था ।


तीसरा कारण

मित्रों तीसरा कारण यह भी है कि बाली और रावण की एक बार लड़ाई होती जिसमें बाली ने कई दिनों तक रावण को अपने काख में दबाए रखा और बाद में बाली  रावण परस्पर मित्र बन गए थे इसलिए शत्रु के मित्र को भी मारना अति आवश्यकता था ।


चौथा कारण

 मित्रों चौथा कारण बाली ने सुग्रीव को देश निकाला लेकर उसकी पत्नी रूमा को अपनी पत्नी बना लिया जोकि बहुत ही निंदनीय कार्य था । जो लोग समाज को नहीं समझते और जिनको अयोग्य कार्य करने में लज्जा नही आती ऐसे लोग हिंसक पशुओं के समान है और हिंसक पशुओं का शिकार करना अति आवश्यक है ।


पांचवा कारण

मित्रों पांचवा कारण यह भी था कि बालि का क्षेत्र भगवान श्री राम के राज्य के अंतर्गत आता था और वहां के राजा होने के कारण  अपराधी लोगों को दंड देने का कार्यभार भगवान श्रीराम पर आ गया जिसके कारण अपराधी बाली को दंड देना अति आवश्यक हो गया था ।


आशा करता हूं आप समझ ही गए होंगे भगवान श्री राम ने बाली का वध छूप कर क्यों किया था ?



अपने इस ब्लॉग को फॉलो जरूर करें और पोस्ट अच्छी लगी हो तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ।