विश्व के अधिकांश लोगों के बच्चों के विवाह योग्य होने पर आने वाले विवाह प्रस्ताव के बाद एक ही विचार मन में आता है कि गुण मिलान कैसे करें ?
इसी प्रश्न को हल करने के लिए वैदिक रीति से पंचांग के आधार पर हमने इस ब्लॉग में विवाह के लिए गुण मिलान की सारणी का क्रमबद्ध और सरल विवरण दिया है जोकि वर वधू का गुण मिलान करने के लिए बहुत ही उपयोगी रहेगा ।
आइए अब जानते हैं इस ब्लॉग का गुण मिलान के लिए उपयोग कैसे करें ?
1 सर्व प्रथम श्रेणी में दिए गए होम(Home) बटन को चुनकर ब्लॉग के होम पेज पर आ जाएं ।
2 इसके उपरांत गुण मिलान शुरू करें इस बटन का चयन करें ।
3 इस पेज पर आप कन्या के नक्षत्र का चयन करें जैसे ही आप कन्या के नक्षत्र पर क्लिक करेंगे तो नया पेज खुलेगा ।
4 इस पेज पर वर के नक्षत्र लिखे हुए हैं जिनमें से आपको अपना वर का नक्षत्र चयन करना है और उसी के नीचे गुण और दोष लिखे हुए हैं यदि दोष हैं तो0 1 2 3 4 5 6के द्वारा बताए गए हैं जिसका संपूर्ण विवरण गुण दोष श्रेणी में दिया गया है ।
प्रस्तुत किए गए गुण दोष का विवरण वैदिक ज्योतिष के अनुसार पंचांग के द्वारा लिखा गया है, जिसका उपयोग सर्व साधारण व्यक्ति कर सकते हैं ।
यदि आपके पास वर वधु का सही जन्म विवरण है तो जन्म कुंडली में चंद्रमा के नक्षत्र के अनुसार गुण मिलान करें और जन्म विवरण नही प्राप्त हो तो नाम के अक्षर के अनुसार गुण मिलान जरूर करें ।
पर्याप्त गुण मिलने पर यदि दोष ना हो तो विवाह के लिए आगे बढ़े यदि कोई दोष हो तो ज्योतिष आचार्य से परामर्श जरूर ले ।
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