top 24 Khatu Shyam Bhajan Lyrics


1 श्याम बाबा श्याम बाबा,तेरे पास आया हूँ

श्याम बाबा श्याम बाबा, तेरे पास आया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ।। सच्चा है दरबार तुम्हारा, संकट काटो श्याम हमारा, जब जब भीड़ पड़ी भक्तों पे, बाबा नंगे पांव पधारा, दुःख हरना मेरे दुःख हरना, तेरा गुण गाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ।। दीन दयाल दया के सागर, फिर क्यों खाली मेरी गागर, विनती मेरी तुम सुन लेना, श्याम मुरारी हे नटनागर, भर देना झोली भर देना, यही आस लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ।। जब फागुन का मेला होगा, अपने पास बुलाना होगा, मैं मारूंगा भर पिचकारी, तुमको रंग लगाना होगा, खेलूंगा होली खेलूंगा, रंग गुलाल लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ।। जब जब तेरी याद सतावे, ‘श्याम सुंदर’ नैनों में पावे, सब भक्तों की यही कामना, सारा जगत सुखी हो जावे, कर देना सुखी कर देना, तेरे गीत गाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ।। श्याम बाबा श्याम बाबा, तेरे पास आया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ, चरणों में तेरे अरदास लाया हूँ।।

2 मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है। करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥टेर।। पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है। हैरान है ज़माना मंजिल भी मिल रही है। करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥1।। तुम साथ हो जो मेरे, किस चीज की कमी है। किसी और चीज की अब दरकार ही नहीं है। तेरे साथ से गुलाम अब गुलफाम हो रहा है॥2।। मैं तो नहीं हूँ काबिल, तेरा पार कैसे पाऊं। टूटी हुयी वाणी से गुणगान कैसे गाऊं। तेरी प्रेरणा से ही सब यह कमाल हो रहा हैं॥3।। मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है। करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥

3 कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो

कीर्तन की है रात बाबा आज थाने आणो है थान कोल निभानु है ।। टेर ।। दरबार सावरिया, ऐसो सजो प्यारो, दयालु आप को सेवा में सावरिया, सगला खड़ा डिके, हुकम बस आप को सेवा में थारी म्हाने आज बिछ जाणू हे, थाने कोल निभानु हे कीर्तन की है रात... कीर्तन की है तैयारी, कीर्तन करा जमकर, प्रभु क्यु देर करो वादों थारो दाता, कीर्तन में आने को, घणी मत देर करो भजनासु थाने म्हाने आज रिझाणु है, थारे कोल निभानु हे कीर्तन की है रात... जो कुछ बनो म्हासु, अर्पण परभू सारो, प्रभु स्वीकार करो नादाँन सु गलती होती ही आई है, ब्रभु मत ध्यान धरो नंदू सावरिया थारो दास पुरानो है, थाने कोल निभानु हे कीर्तन की है रात...

4 मेरा बाबा रंग रंगीला,मैं तो नाचूंगी

मेरा बाबा रंग रंगीला, मैं तो नाचूंगी | मेरा बाबा बड़ा सजीला, मैं तो नाचूंगी || दर तेरे आके ज्योत जलाके, सबको बुलाके हाथ उठाके | मैं तो नाचूंगी, हाँ मैं तो नाचूंगी || मेरा बाबा रंग रंगीला, मैं तो नाचूंगी || यूँ तो मेरे खाटूवाले ने, सबकी ही किस्मत संवारी | पर मुझको लगता है ऐसा, मुझ पे तो कृपा है भारी || तुमने दिया है मैंने लिया है, तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है | मैं तो नाचूंगी, हाँ मैं तो नाचूंगी || मेरा बाबा रंग रंगीला, मैं तो नाचूंगी || जीवन में अपने मज़ा है, खाटू वाले की कृपा है | मांगे तो क्या गिन्नी मांगे, ऐसा भी क्या अब बचा है || एक सहारा श्याम हमारा, मैंने पुकारा तूने पुकारा | मैं तो नाचूंगी, हाँ मैं तो नाचूंगी || मेरा बाबा रंग रंगीला, मैं तो नाचूंगी || मेरा बाबा रंग रंगीला, मैं तो नाचूंगी | मेरा बाबा बड़ा सजीला, मैं तो नाचूंगी || दर तेरे आके ज्योत जलाके, सबको बुलाके हाथ उठाके | मैं तो नाचूंगी, हाँ मैं तो नाचूंगी || मेरा बाबा रंग रंगीला, मैं तो नाचूंगी ||

5 बाबा का दरबार सुहाना लगता है

शहनाइयों की सदा क रही है खुशी की मुबारक घड़ी आ गई है सजे सुर्ख जोड़े मेंचां द से बाबा फलक से जमीन पर एक चब्बी आ गई है ।। बाबा का दरबार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है यह सुंदर श्रृंगार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ज्यादा मत देखो नजर लग जाएगी यह कीर्तन की रात दोबारा आएगी यह सुंदर श्रृंगार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता हैं ।। टेर।। हजारों बार देखा है हजारों बार सजते हो मगर क्या बात है मोहन गजब के आज दिखते हो यह सुंदर श्रृंगार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता हैं ।।1।। अगर हम दूर से देखे कन्हैया पास लगते हो अगर नजदीक से देखें बड़े ही खास लगते हो यह तेरा अंदाज पुराना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है।।2।। नजारा देख कर मुझको कोई अपना सा लगता है नया चेहरा तेरा कान्हा कोई अपना सा लगता है बदलेगा जल्दी जमाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है यह सुंदर श्रृंगार सुहाना लगता है भक्तों का तो दिल दीवाना लगता हैं।।3।।

6 म्हारे मन की बात, बाबा थारे से ना छानी हैं

म्हारे मन की बात, बाबा थारे से ना छानी हैं, थाने लाज बचानी हैं, म्हारे मन की बात ।। बालक म्हे हां थारा, थे ही तो बस म्हारा, ओ कुल का देवता, आडा ही आया हो, म्हाने बचाया हो, ओ बाबा थे ही सदा, भुला कैया श्याम, थारी इतनी मेहरबानी हैं, थाने लाज बचानी हैं, म्हारे मन की बात ।। दुखड़ा का मारया हां, पल्लो पसारया हां, दयालु मेहर करो, आ जाओ श्याम धणी, ले हाथा मोर छड़ी, थे मत ना देर करो, अन्तर्यामी श्याम, बोलो क्या कि खीचा तानी हैं, थाने लाज बचानी हैं, म्हारे मन की बात ।। नसीब खोटो है, पर मालिक मोटो है, तो डर किस बात को, मनड़ो यो काचो है, तू देव सांचो है, रखवालो दिन रात को, विपदा जो आई, बाबा थाने ही सल्टाणी है, थाने लाज बचानी हैं, म्हारे मन की बात ।। बैगा सा आ जाओ, धीरज बंधा जाओ, घटा घनघोर है, आया नई बनती क्या, आनो ही पड़ती श्याम, थारे पर जोर है, डगमग डोले नांव, थाने पार लगाणी है, थाने लाज बचानी हैं, म्हारे मन की बात ।।

7 दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार

दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार, यहाँ से गर जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार..... सुख में कभी ना तेरी याद है आई, दुःख में सांवरिया तुमसे प्रीत लगाई, सारा दोष है मेरा, मैं करता हूँ स्वीकार, यहाँ से गर जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार……. मेरा तो क्या है मैं तो पहले से हारा, तुमसे ही पूछेगा ये संसार सारा, डूब गई क्यूं नैय्या तेरे रहते खेवनहार, यहाँ से गर जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार…. सब कुछ गवाया बस लाज बची है, तुझपे कन्हैया मेरी आस टिकी है, सुना है तुम सुनते हो, हम जैसों की पुकार, यहाँ से गर जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार… जिसको सुनाया सोनू अपना फ़साना, सबने बताया मुझको तेरा ठिकाना, सब कुछ छोड़के आखिर आया तेरे दरबार, यहाँ से गर जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार

8 बोलो तो सही, बोलो तो सही

बोलो तो सही, बोलो तो सही ॥ क्यूँ रूठ्या हो बाबा आंख्या खोलो तो सही बोलो तो सही, बोलो तो सही ॥ आसरो थारो है, भरोसो थारो है , जो कुछ भी म्हांरो है वो सब कुछ थारो है, ज्यादा कोनी मांगू, थोड़ो देवो तो सही , ज्यादा कोनी मांगू थोड़ो देवो तो सही, बोलो तो सही, बोलो तो सही........ क्यूँ रूठ्या हो बाबा आंख्या खोलो तो सही......... या अरजी म्हारी है, पर मरजी थारी है , थारै सै सांवरिया पुरानी यारी है , टाबरियां कै कानी मुखड़ो, मोड़ो तो सही, टाबरियां कै कानी मुखड़ो, मोड़ो तो सही, बोलो तो सही, बोलो तो सही.......... क्यूँ रूठ्या हो बाबा आंख्या खोलो तो सही..... रूठ कर सांवरिया कठै थै जावोला , यो म्हांनै बेरो है थै रह नहीं पाओला, शुभम् रूपम को रिश्तो म्हांस्यू जोड़ो तो सही , शुभम् रूपम को रिश्तो म्हांस्यू जोड़ो तो सही , बोलो तो सही, बोलो तो सही , क्यूँ रूठ्या हो बाबा आंख्या खोलो तो सही....

9 जां की सांची भक्ति जागी

(तर्ज : धरती धोरा री....) जां की सांची भक्ति जागी, जांकी प्रीत श्याम संग लागी, जो है श्याम चरण अनुरागी, बां न नमन करां ॥ टेर ॥ लेकर दुध कटोरो आई, पीवण आयो कृष्ण कन्हाई, मीरा निज हाथा सं प्याई, बां न नमन करा । नानी बाई घणी उदास, पक्को नरसी न विश्वास, पूरयो सेट सांवरो आश, बां न नमन करा ॥ धन्ना जाट को शाली ग्राम, करतो फिरै भगत को काम, बी को मीत बण्यो घनश्याम, वां न नमन करा ॥ भक्तां क वश म भगवान, भक्तां को ऊँचो स्थान, 'सेवक' बां को कर सम्मान, बां न नमन करा ॥

10 बार-बार मै तनै निहारूं

(तर्ज : बार-बार मै सीता-सीता....) बार-बार मै तनै निहारूं कुण करयो सिणगार, मनड़ के बीच बाबा खुब सज्यो दरबार || टेर ॥ मोर मुकुट कांना म कुण्डल सोवे है, होठां की या मुरली मनडो मोव है, मुखम बीडा रच्यो पान को सदा रहव गुलजार, मनड क बीच बाबा ॥ .... केशर, चन्दन तिलक भाल पर साजै है, बाला की या लटक देख मन नाचे है, सिर पर छत्र कमर म फेटो, मोर छडी थार हाथ, मनड क बीच बाबा ॥ .... कैसी सुन्दर दीख ह फूलां की झांकी है, बीच सिंहासन छबि आपकी बाकी है, गल बिच शोमा करे चौगुनी रंग बिरंगा हार, मनड क बीच बाबा ॥ जग मग ज्योति जगे थारी सबसे आगे, बच के रहियो नजर किसी की ना लागे, सवा रूपयो भेंट में देकर, नजर देवूं म उतार ॥ मनड क बीच बाबा .... ॥ नर-नारी तेर दर्शन करन आ रहया है, श्याम मण्डल या तेरी महिमा गा रहया है, बडे प्रेम स सेबक थार कर इतर की बौछार, मनड क बीच बाबा ॥

11 आज म्हारा आंगणिये मै

आज म्हारा आंगणिये मै श्यामजी पधारया, हिलमिल मंगल गावां ए सहेल्यो । आज || आवो ए सहेल्यो आपां चोक बुहारा, सब मिल श्यामजी की नजर उतारां, आवो ए सहेल्यो आपां आसण सजावां, श्याम न बैठाय आपां शीष नवावां, मगन होय जस गांवा ए सहेल्यो । आज || शीष पे श्यामजी के मुकुट पैरावां, माही कुण्डल सजावा, गल वैजन्ती हार ए सहेल्यो । आज ॥ हाथां म श्यामजी क गजरो पैरावा, पगल्या म श्यामजी क पायल सजावा, छम छम करतो नाच ए सहेल्यो | आज ॥ नचाव ए सहल्यो | आज ॥ श्याम न सजा कर आपां भोग लगास्यां, खीर, चुरमो श्याम न जिमास्यां, आंसुडा स चलु म्है करास्यां ए सहेल्यो | आज ॥ आवो ए सहेल्यो आपा आरती उतारां सब मिल श्याम की जयकार पुकारा, नाच नाच भजन सुणावा ए सहेल्यो | आज |

12 बाजरे की रोटी खाले श्याम

बाजरे की रोटी खाले श्याम, के चूरमा ने भूल जावे लो, जाटनी के हाथ की बनी रे कमाल की, संग लाया हांडी बाबा कड़ी और दाल की, गुड़ मिठो मिठो मेरा श्याम, के चूरमा ने भूल जावे लो, बाजरे की रोटी खाले श्याम, बाजरो ऐसो है बाबा ठण्ड नहीं लागे, दस बीस कोस बाबा खा के तू भागे, गोडा में आवे गई तेरे जान, के चूरमा ने भूल जावे लो, बाजरे की रोटी खाले श्याम, बाजरे के रोटी सागे साँच का सब्र ता, खाये के मारलो बाबा मुश् का रगड़ता, रोट का करे गुणगान के चूरमा ने भूल जावे लो, बाजरे की रोटी खाले श्याम, वनवारी रोट ऐसो धुन्ड़तो रवे जो, हरयानो पतो मेरो पुछतो रवो गे, पुछतो रवो गे मेरो नाम, के चूरमा ने भूल जावे लो, बाजरे की रोटी खाले श्याम,

13 मतलब की इस दुनिया से

मतलब की इस दुनिया से मुझको नफरत है, ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है, जैसे जैसे काम किये तूने मेरे बाबा मैं ही तो बस जानू ये, तेरे सिवा दुनिया में कोई न हमारा मैं ही तो बस जानू ये, खाटू वाले श्याम धनि से मुझको महोबत है, ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है, रींगस से खाटू जो निशान लेके आया किस्मत जगा दी तूने, निर्बल को बल मिला निर्धन को धन मिला बिगड़ी बना दी तूने, तुहि मेरी पूंजी बाबा तू ही मेरी दौलत है, ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है, हारे का सहरा कहलाता सांवरिया मुझको सहारा देदो, नैया मेरी बाबा डूबने लगी है इसको किनारा देदो, क्यों सारी दुनिया में चलती बाबा तेरी हकूमत है, ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है, हर घडी हर पल नाम जपु ऐसी किरपा करदो, गाये भजन मित्तल होक दीवाना झोली मेरी भर दो, बड़े दिनों के बाद मिलने का आया महूरत है, ओ सँवारे मुझे तेरी जरुरत है,

14 शरणागत की श्याम

शरणागत की श्याम, बाबा लाज बचाओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओं जी, थारी मोरछड़ी लहराओं जी, शरणागत की श्याम, बाबा लाज बचाओ जी, शरणागत की श्याम। मंझधार में बाबा, अटकी पड़ी नैया, थे बेड़ो पार करो, लाखां ने तारया हो, बेटे ने भूलयो क्यों, प्रभु उपकार करो, भटक्योड़ा ने श्याम, आके राह दिखाओं जी, थारी मोर छड़ी लहराओं जी, शरणागत की श्याम। बरसा सूं बंद है, तकदीर को तालो, दयालु खोल दयो, चरणा बिठाकर के, दो बैण मीठा सा, थे मुख स्यूं बोल दयो, टाबरिया के श्याम, सिर पर हाथ फिराओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओं जी, शरणागत की श्याम। हालात को मारयो, दुखाड़ा सूं मैं हारयो, मेरो उद्धार करो, थारो सहारो है, थारे हर्ष ने इब तो, धणी स्वीकार करो, हारोड़या की श्याम, थे ही जीत कराओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओं जी, शरणागत की श्याम।

15 ये प्रार्थना दिल की

ये प्रार्थना दिल की, बेकार नहीं होगी, पूरा है भरोसा, मेरी हार नहीं होगी सांवरे, जब तूं मेरे साथ है, साँवरे, मेरे सर पे तेरा हाथ है, विश्वाश नानी और द्रोपदी का रंग लाया, बहना का भाई बन खुद साँवरा आया, इज़्ज़त ज़माने में शर्मशार नहीं होगी, पूरा है भरोसा मेरी हार नहीं होगी, सांवरे, जब तूं मेरे साथ है, सांवरे, मेरे सर पे तेरा हाथ है, मैं हार जाऊं ये कभी हो नहीं सकता, बेटा अगर दुःख में पिता सो नहीं सकता, बेटे की हार तुम्हें स्वीकार नहीं होगी, पूरा है भरोसा मेरी हार नहीं होगी, साँवरे, जब तूं मेरे साथ है, सांवरे, मेरे सर पे तेरा हाथ है, जो हार जाते हैं उनको जिताता है, राजू कहे बाबा किस्मत जगाता है, दुनियां में ऐसी तो सरकार नहीं होगी, पूरा है भरोसा मेरी हार नहीं होगी, सांवरे, जब तूं मेरे साथ है, सांवरे, मेरे सर पे तेरा हाथ है,

16 हारा हूँ बाबा

हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, जीतूगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है, मेरे माजी बन जाओ मेरी नाव चला जाओ, बेटे को बाबा श्याम गले लगा जाओं, हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता बिन बोले भक्तो की बिगड़ी बनता, मिलता न किनारा है ना कोई और साहरा है, हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, तुमसे ही जीवन मेरा ओ मेरे बाबा कैसे चलेगा समज ना आता तुम धीर बांधते हो तो सांसे चलती है मुझे समज न आता है मेरी क्या गलती है, हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है, परिवार मेरा तेरे गन है गता दोषी तो मैं हु उन्हें क्यों सताता, उनको भी भरोसा है तूने पाला पोसा है, हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,

17 ओ सांवरे

ओ सांवरे ओ सांवरे, ओ सांवरे ओ सांवरे, भरोसा मेरा नहीं हारेगा, है भरोसा मुझे, मेरा भी जीवन तू सवारेगा, है भरोसा मुझे, ओ साँवरे ओ साँवरे, ओ साँवरे ओ साँवरे।। अपनों का बदल जाना, दुनिया का है दस्तूर, अपनों को निभाने में, मेरा श्याम बड़ा मशहूर......-2 मुझे भी अपना तू बनाएगा, है भरोसा मुझे, ओ साँवरे ओ साँवरे, ओ साँवरे ओ साँवरे।। इतिहास गवाह है ये, जब जिसने पुकारा है, जीता है भरोसा ही, जब श्याम सहारा है.....-2 मेरा भी गुलशन तू निखारेगा, है भरोसा मुझे, ओ साँवरे ओ साँवरे, ओ साँवरे ओ साँवरे।। जो कुछ था पास मेरे, सब अर्पण कर डाला, अब हाथ उठा करके, समर्पण कर डाला......-2 मेरी भी बिगड़ी तू सुधारेगा, है भरोसा मुझे, ओ साँवरे ओ साँवरे, ओ साँवरे ओ साँवरे, भरोसा मेरा नहीं हारेगा, है भरोसा मुझे, मेरा भी जीवन तू सवारेगा, है भरोसा मुझे, ओ साँवरे ओ साँवरे, ओ साँवरे ओ साँवरे...........

18 मैं मांगता तुमसे मेरे बाबा

मैं मांगता तुमसे मेरे बाबा, वो चीज मुजको जरुर देना , मिले जामने की सारी खुशिया, मगर ना मुजको गरूर देना, ना देना चाहे कुबेर का धन मगर सलीका जररू देना उठा के सिर जी सकू इतनी इजत जरुर देना, बड़ी ना मांगू मैं चीज तुजसे, है जितनी औकात मांगता हु, जो गाव दुःख ने दिए है दिल में वो सुख की मरहम से पुर देना, ना वैर कोई ना कोई नफ़रत नजर ना अये कोई बुराई, हर एक दिल में तू दे दिखाई मेरी नजर को नूर देना, तुम्हारी रहमत सदा ही बरसे हज़ार सुख बोगु इस यहाँ पर अमीर बनकर हसू किसी पर मुझे ना इतना गरूर देना , मिले गी रहमत तुमे श्याम की मगर शर्त है की साफ़ दिल हो अगर अजय सिंह हो खोट दिल में तो खोट का सिर कचूर देना श्रेणीकृष्ण भजन

19 जो भी दरबार में आया

जो भी दरबार में आया, वो अब तुम्हारा है, तू ही माझी तू ही साथी, तू सहारा है, जो भी दरबार मे आया, वो अब तुम्हारा है।। मेरे बाबा मेरे मालिक, भटक रहा हूँ मैं, मुझको मालूम नहीं कैसे, और कहाँ हूँ मैं, तेरे बिन और ना दूजा, अब हमारा है, जो भी दरबार में आया, वो अब तुम्हारा है।। तुझको आवाज लगाता हूँ, तेरी जरुरत है, तेरे बिन पार ना पाउँगा, ये हकीकत है, हमने भी सोच समझकर, तुम्हे पुकारा है, जो भी दरबार मे आया, वो अब तुम्हारा है।। तेरी खामोशियों से मेरा, दम निकलता है, मेरे इस हाल पे तू चुप है, दिल ये जलता है, तू अगर खुश है इसी में, तो ये गवारा है, जो भी दरबार मे आया, वो अब तुम्हारा है।। तेरी चोखट पे मै आया हूँ, कुछ उम्मीदों से, तेरे दरबार में थोड़ी सी, जगह दे दो मुझे, सारी दुनियां में कहीं भी, ना गुजारा है, जो भी दरबार मे आया, वो अब तुम्हारा है।।

20 शुक्र सांवरे तेरा

शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे, ये जीवन रहा हे गुजर सांवरे, शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे, शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे... में जबसे तुम्हारी शरण में हु आया, जो कुछ भी माँगा,बाबा तुमसे पाया, ये तेरी कृपा का, ये तेरी कृपा का असर सांवरे, शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे..... अगर मुझको मिलता ना तेरा सहारा, ना जाने भटकता में कहा मारा मारा, जीवन गया हे सुधर सांवरे शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे..... सेवक के तेरे कोई ना कमी हे, आँखों में तेरी कृपा की नमी हे, सताए ना चिंता ,सताए ना चिंता फिकर सांवरे, शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे..... रोमी को जो भी हासिल नहीं हे, सायद वो उसको काबिल नहीं हे, मुझको मिला हे,मुझको मिला हे तेरा दर संरेव, शुक्र सांवरे तेरा शुक्र सांवरे.....

21 मत होना मन वनवारे उदास

मत होना मन वनवारे उदास ये संवारा जरुर आएगा, मन में रखना विश्वाश संवारा जरुर आएगा, मत होना मन वनवारे उदास ये संवारा जरुर आएगा, डोले नैया तेरी हाथो में न पतवार हो, राहे अनजानी और गोर अन्धकार हो, इसे अँधेरे में बन के प्रकाश,ये संवारा जरुर आएगा, मत होना मन वनवारे उदास ये संवारा जरुर आएगा, तेरी लाज नही जाने देगा इतना तू जानना, कसोटी पे डटे रहना हार नही मान न, सचे प्रेमी नही होते है निराश,ये संवारा जरुर आएगा, मत होना मन वनवारे उदास ये संवारा जरुर आएगा, मीरा पी गई थी प्याला इसी विश्वाश पे, दर पे सुधामा आया बस इसी आस में, है रजनी को भी एहसास ये संवारा जरुर आएगा, मत होना मन वनवारे उदास ये संवारा जरुर आएगा, जिसे थामे इक बार हाथ उसका न छोड़ा ता, भगतो का श्याम भरोसा नही तोडा ता, सोनू दिल में रखना आस,ये संवारा जरुर आएगा,

22 श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए

श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए, दीवाने हो गए मस्ताने हो गए, श्याम तेरे नाम के दिवाने हो गए, बंसी की धुन के दीवाने हो गए, श्याम तेरे नाम के....... तेरे है तेरे रहेंगे सदा, मिलके तू हमसे होना ना जुदा, जाने पहचाने क्यों बेगाने हो गए, श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए, सांवरी सूरत से ही प्यार हो गया, मुरली वाला मेरा दिलदार हो गया, चरणों में तेरे ही ठिकाने हो गए, श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए, ‘चित्र विचित्र’ का कहना यही, इनसे दूर कही रहना नहीं, जाने पहचाने क्यों बेगाने हो गए, श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए, श्याम तेरे नाम के दिवाने हो गए, दीवाने हो गए मस्ताने हो गए, श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए, बंसी की धुन के दीवाने हो गए, श्याम तेरे नाम के दीवाने हो गए, स्वरचित्र विचित्र श्रेणीकृष्ण भजन

23 देना हो तो दीजिए

देना हो तो दीजिए जनम जनम का साथ | अब तो कृपा कर दीजिए, जनम जनम का साथ | मेरे सर पर रख बनवारी अपने दोनों यह हाथ ॥ देने वाले श्याम प्रभु से धन और दौलत क्या मांगे । श्याम प्रभु से मांगे तो फिर नाम और इज्ज़त क्या मांगे । मेरे जीवन में अब कर दे तू कृपा की बरसात ॥1।। श्याम तेरे चरणों की धूलि धन दौलत से महंगी है । एक नज़र कृपा की बाबा नाम इज्ज़त से महंगी है । मेरे दिल की तम्मना यही है, करूँ सेवा तेरी दिन रात ॥2।। झुलस रहें है गम की धुप में, प्यार की छईया कर दे तू । बिन माझी के नाव चले ना, अब पतवार पकड़ ले तू । मेरा रास्ता रौशन कर दे, छायी अन्धिआरी रात ॥3।। सुना है हमने शरणागत को अपने गले लगाते हो । ऐसा हमने क्या माँगा जो देने से घबराते हो । चाहे जैसे रख बनवारी, बस होती रहे मुलाक़ात ॥4।।

24 सावरे की महफ़िल को

सावरे की महफ़िल को संवारा सजाता है, किस्मत वालो के घर में श्याम आता है ।।टेरा।। गेहरा हो नाता बाबा का जिनसे, मिलने को बाबा आता है उनसे, उनका यह साथी बन जाता है संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है।।1।। किरपा बरसती है जिनपे इनकी, तकदीर लिखता हाथो से उनकी, गम का अँधेरा छत जाता है संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है।।2।। भजन सुनते जो इनके प्यारे, उसके परिवार के वारे न्यारे, मंदिर सो घर बन जाता है, संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है।।3।। कुछ भी असम्बब होता नही है, महफ़िल में इसकी होता यही है, सुनील सब यहाँ मिल जाते है, संवारे की महफ़िल को संवारा सजाता है।।4।।

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