हनुमान मंत्र
इन मंत्रों का प्रयोग सभी भक्तजनों को अपनी रक्षा के लिए करना चाहिए तथा हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए करना चाहिए तो ही आप के लिए यह मंत्र काम करेंगे। दूसरों को कष्ट पहुंचाने के लिए या अपने लोभ के कारण आप मंत्र जाप कर रहे हैं तो वह निष्फल हो जाता है इसलिए अपनी रक्षा के लिए परिवार की रक्षा के लिए किसी और की रक्षा के लिए भी इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं । ये गुप्त हनुमान मंत्र साधना के लिए बहुत ही सरल और उत्तम उपयोगी है ।
हनुमान मंत्र 1
अंजनीगर्भ सम्भूतं, कपीन्द्र सचिवोत्तम।
रामप्रिय नमस्तुभ्यं हनुमन् रक्ष सर्वदा।।
अर्थात - हे अंजनी के गर्भ से प्रकट होनेवाले! हे कपियों के
राजा सुग्रीव के उत्तम मंत्री! हे राम के प्रिय! हे हनुमान जी!
आपके लिए नमस्कार करता हूँ, मेरी रक्षा करो।
हनुमान मंत्र 2
मर्कटेश महोत्साह सर्वशोकविनाशन।
शत्रून् संहर मां रक्ष श्रियं दापय मे प्रभो।।
अर्थात - हे मर्कटों (वानरों) के ईश, सेनापति, हे महान
उत्साही! हे सब शोकों को हरनेवाले! हे प्रभो ! शत्रुओं
का संहार करो, मेरी रक्षा करो, भलाई दो। यश प्रदान करो।
इन मंत्रों का जाप करके आप सभी प्रकार से अपनी रक्षा करें तथा यश प्राप्त करें लक्ष्मी प्राप्त करें, अपनी मनोकामना की पूर्ति करें, परंतु अपनी इस साधना को गुप्त रखें । इन मंत्रों को कई लोग गुप्त हनुमान मंत्र के नाम से भी जानते हैं । आप समाज की भी भलाई करें इसी उद्देश्य से यह हमारा लेख सार्थक होगा ।
जय श्री कृष्णा
Jai hanuman
जवाब देंहटाएंJai shree Ram
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