मंगलवार, 15 जनवरी 2019
सोमवार, 14 जनवरी 2019
सांप को भगाने का मंत्र
नाग मंत्र - सावन के माह मे अति वृष्टि होती है , सर्प आदि जीव जन्तु इसी माह मे बाहर आते हैं , यदा कदा घरों मे भी घुस आते हैं , ऐसे मे इन्हे कदापि न मारे ... बल्कि इन्हे किसी भी तरह बाहर निकाल कर ( लोहे की मजबूत तार पर लटका कर ) किसी खाली प्लॉट या खुले स्थान पर छोड़ देना चाहिए । सर्प को मारने से भी कालसर्प का दोष लगता है । सर्प को स्थान छुडवाने का आसान तरीका है मुनिराज अस्तीक की आन देना। किसी भी शुभ पर्व पर 1008 आहूति दे कर यह मंत्र सिद्ध कर लें - "मुनिराज आस्तीकाय नमः" जब भी सर्प दिखे ... मुनिराज का स्मरण कर मंत्र पढते हुए, सर्प को चले जाने की आज्ञा दें ,वह चला जाएगा। इन मंत्रों का जप विधि-विधान पूर्वक किया जाए तो सभी प्रकार के सर्प भय तथा सर्प दंश से मुक्ति मिल जाती है। यह मंत्र क्रमश: यह हैं- " यो जरत्कारुणा जातो जरत्कारौ महायशा: आस्तीक: सर्पसत्रे व: पन्नगान् योभ्यरक्षत। तं स्मरन्तं महाभागा न मां हिंसितुमर्हथ ! " भावार्थ- जरत्कारु ऋषि से जरत्कारु नामक नागकन्या को आस्तीक नामक यशस्वी ऋषि उत्पन्न हुए। उन्होंने सर्पयज्ञ में तुम सर्पों की रक्षा की थी। महाभाग्यवान सर्पों,मैं उनका स्मरण कर रहा हूं, तुम मुझे मत डंसो। * " सर्पापसर्प भद्रं त गच्छ सर्प महाविष ! जनमेजयस्य यज्ञान्ते आस्तीकवचं स्मरः ! " भावार्थ- हे महाविषधर सर्प। तुम चले जाओ। तुम्हारा कल्याण हो। अब तुम जाओ। जनमेजय के यज्ञ की समाप्ति में आस्तीक ने जो कुछ कहा था, उसका स्मरण करो। * " आस्तीकस्य वच: श्रुत्वा य: सर्पो न निवर्तते ! शतधा भिद्यते मूर्द्दिनयः शिंशवृक्षफलं यथा ! " भावार्थ- जो सर्प आस्तीक के वचन की शपथ सुनकर भी नहीं लौटेगा, उसका फन शीशम के फल के समान सैकड़ों टुकड़े हो जाएंगे। साधना हेतु इन मंत्रों का जप कीजिये - - "ॐ अनन्तेशाय विद्महे महाभुजांगाय धीमहि तन्नो नाथः प्रचोदयात " या " ॐ नवकुलाय विद्महे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प प्रचोदयात " !! ॐ नमः शिवाय !!
रविवार, 13 जनवरी 2019
2019 मकर सक्रांति का फल makar sakranti Prediction
2019 मकर संक्रांति का फल कथन हमने सूक्ष्म रूप से किया है
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