वो तो बम बम करता आया रे सखी
जय बोलो शिव भोले की ।। टेर।।
माथे पर चंदा उन्हें ना सुहाय
वह तो चम चम चंदा चमकाये री सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।१।।
अंग पे हल्दी उन्हें ना सुहाए
वो तो तन पे भभूति रमाए री सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।२।।
हाथों में मेहंदी उन्हें ना सुहाये
वो तो त्रिशूल धारा री सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।३।।
गहने जेवर उन्हें ना सुहाये
वो तो बिच्छू ततैया डाले री सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।४।।
संघ बराती उन्हें ना सुहाय
वो तो भूत-प्रेत संग लाया री सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।५।।
लड्डू पेड़ा उन्हें ना सुहाय
वो तो भांग धतूरा खाए रे सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।६।।
ढोल नगारा उन्हें ना सुहाये
वो तो डमरु बजाता आया री सखी
जय बोलो शिव भोले की ।।७।।
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