बुधवार, 24 नवंबर 2021

गणेश जी की आरती, ganesh ji ki aarti

                       गणेश जी की आरती 
                     ganesh ji ki aarti lyrics,



गणेश जी की आरती, ganesh ji ki aarti




जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ।।टेर।।
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लडूवन का भोग लगे संत करें सेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।।1।।








अंधन को आंख देत कोढियन को काया
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया
दीनन की लाज रखो शंभु सुतवारी
कामना को पूरा करो जाऊं बलिहारी
सूर श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।।2।।



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गुरुवार, 18 नवंबर 2021

विष्णु स्तोत्र, श्रीविष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रम् ,vishnu stotra

                 विष्णु स्तोत्र

              श्रीविष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रम्

                    भगवान विष्णु के 28 नाम

विष्णु स्तोत्र,vishnu stotra,




                  अर्जुन उवाच
किं नु नाम सहस्राणि जपते च पुनः पुनः ।
यानि नामानि दिव्यानि तानि चाचक्ष्व केशव ॥१॥
अर्जुनने पूछा-केशव ! मनुष्य बारंवार एक हजार नामों का जप क्यों करता है?
 आपके जी दिव्य नाम हो, उनका वर्णन कीजिये ॥१॥


श्रीभगवानुशच
मत्स्यं कूर्म वराहं च वामनं च जनार्दनम् ।
गोविन्दं पुण्डरीकाक्षं माधवं मधुसूदनम् ॥ २ ॥

श्रीभगवान् बोले-~अर्जुन ! मत्स्य, कूर्म, वाराह, वामन, जनार्दन, गोविन्द, पुण्डरीकाक्ष, माधव, मधुमूदन।।2।।


पद्मनाभं सहस्राक्षं वनमालिं हलायुधम् ।
गोवर्धनं हपीकेशं वैकुण्ठं पुरुषोत्तमम् ॥३॥


पद्मनाभ, सहस्त्राक्ष, बनमाली,हलायुध, 
गोवर्धन, ऋषिकेश वैकुण्ठ, पुरुषोत्तमः।।3।।



विश्वरूपं वासुदेवं रामं नारायणं हरिम् ।
दामोदरं श्रीधरं च वेदाङ्गं गरुडध्वजम् ॥ ४ ॥

विश्वरूप, वासुदेव, राम, नारायण, हरि 
दामोदर, श्रीधर ,वेदाङ्ग, गरुडध्वजा ।।4।।



अनन्तं कृष्णगोपालं जपतो नास्ति पातकम् ।
गवां कोटिप्रदानस्स अश्वमेधशतस्य च ॥५॥

अनन्त और कृष्णगोपाल-इन नामोंका जप करनेवाले मनुष्यके भीतर पाप नहीं रहता । एक करोड़ गोदान एक सौ अश्वमेध यज्ञ तथा ।।5।।


कन्यादानसहस्राणां फलं प्राप्नोति मानवः ।
अमायां वा पौर्णमास्यामेकादश्यां तथैव च ॥६॥
एक हजार कन्यादान का फल प्राप्त मानव करता है अमावस्या. पूर्णिमा तथा एकादशी तिथिको और।।6।।


सन्ध्याकाले स्मरेन्नित्यं प्रातः काले तथैव च ।
मध्याह्ने च जपन्नित्यं सर्वपापैः प्रमुच्यते ॥७॥

प्रतिदिन सायं प्रातः एवं मध्याह्नके समय इन नामों-
का जप करनेवाला पुरुष सम्पूर्ण पापोंसे मुक्त हो जाता है ।।7।।


इति श्रीकृष्णार्जुनसंवादे श्रीविष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।।


 श्री कृष्ण अर्जुन संवाद में श्री विष्णु के 28 नाम का स्तोत्र संपूर्ण हुआ










बुधवार, 17 नवंबर 2021

आरती , हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं

      हे गिरधर तेरी आरती गाऊं






हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं
आरती गाऊं प्यारे तुझको रिझाऊं
श्याम सुंदर तेरी आरती गाऊं।।टेर।।


मोर मुकुट प्रभु शीश पे सोहे,
प्यारी बंसी मेरो मन मोहे,
मैं इस छवि पर बलिहारी जाऊं।।1।।

मुझ अनाथ के नाथ आप हो,
जीवन धन प्यारे प्राण आप हो,
मैं हरि चरणों में शीश झुकाऊं।।2।।


चरणों से निकली गंगा प्यारी,
जिसने सारी दुनिया तारी,
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।।3।।

हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं..........




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हनुमान जी के 108 नाम

                   भगवान श्री कृष्ण के 108 नाम










रविवार, 14 नवंबर 2021

राजस्थानी भजन, श्याम भजन,( मारवाड़ी भजन)

     राजस्थानी भजन, श्याम भजन,( मारवाड़ी भजन)

              खाटू वाले श्याम जी की महिमा अपार










जयकारा बोलो जयकारा बोलो~2
खाटू वाले श्याम जी की महिमा अपार,
दर्शन करवा आवे देखो लाखों नर नार ।।टेर।।
जयकारा बोलो जयकारा बोलो~2

दुनिया में इसका जयकारा लग रहा 
चारों ओर इसका नजारा सज रहा,
हारे का सहारा बतावे संसार,
दर्शन करबा आवे~~~~।।1।।


जिसने भी इस क लगाई जय कार
दौड़ा दौड़ा आया देखो लखदातार,
दीन दुखी निर्बल की सुनता पुकार
दर्शन करबा आवे~~~~।।2।।

सोहनसुत श्याम को जब भी बुलाएगा
लीले घोड़े वाले को हाजिर वहाँ पायेगा,
तेरे इस जीवन में होगा चमत्कार
दर्शन करबा आवे~~~~।।3।।






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शनिवार, 13 नवंबर 2021

खाटू श्याम, खाटू श्याम भजन, श्याम भजन

         खाटू श्याम,   खाटू श्याम भजन (श्याम भजन )

          मिली सांवरे से मेरी नजर से नजर








मिली सांवरे से मेरी नजर से नजर
दिल मेरा खो गया देखते देखते ।।टेर ।।

मांगने को जो आए थे लाखों यहां
बेसुध हो गए देखते देखते
तेरी नजरों का ऐसा हुआ जो असर
वो समय हो गया देखते देखते ।।1।।




धड़कने रुक गई मन भटकता ना था
 दिल में मेरे ऐसी छवि छा गई,
तेरे दर्शन का ऐसा हुआ जो असर
मैं तेरा हो गया देखते देखते।।2।।




सोहनसुत के दिल की तमन्ना यही
देखता में रहु तेरी सूरत वही,
तेरे दामन की डोरी ये छूटे नहीं
बीते जीवन तुझे देखते देखते।।3।।






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सोमवार, 8 नवंबर 2021

अमेरिकन डायमंड पहनने से पहले क्या पूजा करें ?

 

  • अमेरिकन डायमंड पहनने से पहले अर्थात धारण करने से पहले जिस प्रकार से हीरे को धारण करने से पहले पूजा की जाती है उसी प्रकार पूजा करनी चाहिए।

  • मित्रों पहले यह जान लेते हैं हीरा किस ग्रह का रत्न है अर्थात किस लिए धारण करते हैं????
  • मित्रों हीरा शुक्र ग्रह का रत्न है और हीरे का सब्सीट्यट उपरत्न के रूप में कई लोग अमेरिकन डायमंड भी धारण करते हैं इसलिए शुक्र ग्रह से जुड़ी हुई समस्याओं को दूर करने के लिए शुक्र ग्रह के बल को बढ़ाने के लिए अमेरिकन डायमंड धारण करते हैं और उससे पहले जिस प्रकार हीरे को शुक्र के मंत्रों से अभिमंत्रित करके धारण करते हैं उसी प्रकार अमेरिकन डायमंड को भी शुक्र के मंत्रों से अभिमंत्रित करके धारण करना चाहिए।



  • शुक्र के मंत्र हैं ॐ  शुक्राय नमः
  • ॐ द्राम द्री द्रोम सः शुक्राय नमः
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  • What is the method of before wearing American diamond ring before wearing How to do pooja

ना स्वर है ना सरगम है हनुमान भजन

   ना स्वर है ना सरगम है ना लय ना तराना है




 ना स्वर है ना सरगम है ना लय तराना है
 हनुमान के चरणों में एक फूल चढ़ाना है ।।टेर।।

जब बाल समय तुम ने सूरज को निगल डाला,
अभिमानी सुरपति का सब दर्प मसल डाला,
हनुमान हुए तब से संसार ने जाना है ।।1।।

सब दुर्ग ढहा करके लंका को जलाए तुम,
सीता की खबर लाए लक्ष्मण को बचाए तुम,
प्रिय भरत सर इसे तुमको श्रीराम ने माना है।।2।।

जब राम नाम तुमने पाया ना नगीने में,
तुम चीर दिए सीना सियाराम थे सीने में,
विस्मित जग ने देखा कभी राम दीवाना है।।3।।

हे अजर अमर स्वामी तुम हो अंतर्यामी,
मैं दीन हीन चंचल अभिमानी मै अज्ञानी,
तुमने जो नजर फेरी मेरा कौन ठिकाना है।।4।।



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जय श्री कृष्णा